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Saturday, 13 June 2015

एआईपीएमटी दोबारा कराने पर ही भरोसा कायम होगा : सुप्रीम कोर्ट

** 6.3 लाख मेडिकल छात्रों को दोबारा देना पड़ सकता है टेस्ट 
** आंसर-की लीक : कोर्ट का फैसला 15 जून तक के लिए सुरक्षित  
नई दिल्ली/रोहतक : एआईपीएमटी में आंसर-की लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि अगर एक भी व्यक्ति अवैध साधनों की मदद से सफल हो जाता है तो परीक्षा पर सवाल खड़े हो जाएंगे। उसकी शुद्धता कायम नहीं रहेगी। भरोसा कायम करने का एक ही विकल्प है दोबारा परीक्षा कराना। बेंच ने 15 जून के लिए फैसला रिजर्व कर लिया है। 
शीर्ष कोर्ट की जस्टिस आरके अग्रवाल अमिताव राॅय की बेंच ने एआईपीएमटी को दोबारा कराने संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान ये टिप्पणी की। बेंच ने कहा कि परीक्षा की शुद्धता खत्म हो गई है। उसपर भरोसा कायम करने के लिए दोबारा परीक्षा ही एकमात्र विकल्प है। याचिकाओं में परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए परीक्षा दोबारा कराने की अपील की गई है। 
हरियाणा पुलिस ने बताया, 'अवैध साधनों की मदद लेने वाले छात्रों की संख्या 44 से अिधक हो सकती है। 3 मई को हुई परीक्षा में नकल के लिए 358 मोबाइल फोन ब्लू टूथ जैसे गैजेट्स का इस्तेमाल किया गया।' 
अदालत की टिप्पणी : अवैध साधनों से एक भी छात्र पास हुआ तो टेस्ट पर सवाल 
बेंच ने कहा, 'अगर लीक हुई आंसर-की से लाभ लेने वाला एक भी छात्र सफल हो गया तो परीक्षा पर सवाल खड़े होंगे। दो-तीन साल से गड़बड़ियां हो रही हैं। ठोस कदम उठाना बाेर्ड की जिम्मेदारी है।' 
सीबीएसई की दलील : महज 44 संदिग्ध छात्रों की वजह से परीक्षा रद्द की जाए
सीबीएसई के वकील सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार ने दलील दी कि 44 छात्रों के गलत तरीके अपनाने के कारण 6.3 लाख छात्रों की दोबारा परीक्षा नहीं कराई जा सकती।
7 राज्यों में 44 छात्रों को बांटी गई आंसर-की, अब तक 35 गिरफ्तार 
** पकड़ेगए लोगों में 14 टीचर और 13 स्टूडेंट शामिल 
** 40 दिन बाद भी सरगना को नहीं पकड़ पाई हरियाणा पुलिस
रोहतक : आंसर-की लीक मामले में शुक्रवार को प्रदेश पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट सौंप दी। रोहतक पुलिस का दावा है कि 7 राज्यों में 44 छात्रों को आंसर-की बांटी गई। लोगों ने 15 से 30 लाख रुपए में सौदा किया। मामले में अब तक 14 टीचर्स, 13 छात्र-छात्राओं सहित कुल 35 लोग पकड़े जा चुके हैं। कोर्ट को रिपोर्ट देने के बाद विशेष जांच टीम (एसआईटी) के डीएसपी अमित भाटिया ने रोहतक में मीडिया को ब्रीफ किया। हालांकि एक लाख रुपए के इनामी मुख्य आरोपी रूप कुमार दांगी को पुलिस 40 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। 
कई राज्यों में भेजी आंसर-की 
भाटिया ने बताया कि राजस्थान के बहरोड़ स्थित शक्ति रिसोर्ट के 3 कमरों में बैठकर 6 एक्सपर्ट्स ने पेपर सॉल्व किया। इसमें हर कमरे में फिजिक्स, केमेस्ट्री बायोलॉजी के दो-दो एक्सपर्ट्स शामिल थे। पेपर सुबह 10.15 से 10.30 बजे के बीच सॉल्व कर आंसर-की तैयार कर ली गई। पुलिस को अंदेशा है कि आंसर-की सभी राज्यों में ई-मेल की गई। डीएसपी ने बताया कि सिलीगुड़ी में 15, रोहतक में 11, अजमेर में 4, जमशेदपुर में 3 के अलावा भोपाल, देहरादून और चंडीगढ़ में एक-एक आंसर-की पहुंचाई गई।                                                     db

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