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Monday, 27 July 2015

दोबारा जुड़ेगा स्कूल से कटे बच्चों का नाम

फतेहाबाद : प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार देने के लिए स्कूलों से ड्राप आउट छात्रों को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर हो गया है। अब ऐसे बच्चों को ढूंढकर स्कूल भेजा जाएगा। इस कार्य के लिए विभाग डीएड छात्र अध्यापकों की मदद लेगा। जो ऐसे विद्यार्थियों को पहले प्रशिक्षण देंगे और फिर दक्षता एवं आयु के अनुसार कक्षा में दाखिला देंगे। प्रदेश में कुरुक्षेत्र ऐसा जिला है जहां पर सबसे ज्यादा विद्यार्थी आउट ऑफ स्कूल चल रहे हैं। 
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने एक पत्र प्रदेश के सभी जिला परियोजना संयोजक को जारी कर कहा है कि गांव, ढ़ाणी, घुमंतू परिवार तथा भट्ठा निर्माण कार्य स्थलों में लगे बच्चों को विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से कक्षाओं में पहुंचाना है। इन्हें प्रशिक्षण देने के लिए डीएड छात्र अध्यापकों को इंटर्नशिप के दौरान यह कार्य करना होगा। ये छात्र अपनी एक वर्ष की इंटर्नशिप के दौरान उक्त जगहों पर जाकर सर्वे भी करेंगे और इन बच्चों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षण देंगे। 
क्या है ड्राप आउट  
कई विद्यार्थी किसी कारणवश स्कूल जाना बीच में बंद कर देते हैं, जिनका नाम स्कूल से हटा दिया जाता है। ऐसे विद्यार्थियों को दोबारा स्कूल से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने कदम उठाया है। उन विद्यार्थियों को भी जोड़ा जाएगा जिन्हें स्कूल के बारे में ही नहीं पता। ऐसे बच्चों को भी स्कूल से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
विद्यार्थियों की संख्या
विभाग ने जिला परियोजना संयोजकों को भेजा पत्र, इंटर्न के दौरान अध्यापकों से ली जाएगी मदद
कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा बच्चे आउट आफ स्कूल
अंबाला- 1875, 
भिवानी- 256, 
फरीदाबाद- 1370, 
फतेहाबाद- 540, 
गुड़गांव- 5556, , 
हिसार- 680, 
झज्जर- 162, 
जींद- 576 
कैथल- 311, 
करनाल- 639, 
कुरुक्षेत्र- 6440, 
मेवात- 2809, 
महेन्द्रगढ़- 10, 
पलवल- 1034, 
पानीपत- 4963, 
पंचकूला- 695, 
रेवाड़ी- 6648, 
रोहतक- 48,
सिरसा- 111, 
सोनीपत-227, 
यमुनानगर-97                                                         au

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