चंडीगढ़ : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय द्वारा निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए संचालित साक्षर भारत मिशन की ओर से प्रेरकों को लंबे समय से पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा है। शिक्षा प्रेरकों को पिछले सात माह से मानदेय नहीं मिला है। शिक्षा विभाग ने इनके लिए पिछले माह बजट का बंदोबस्त हो जाने का दावा किया था, लेकिन अभी तक बात नहीं बनी है। राज्य में करीब छह हजार शिक्षा प्रेरक हैं। आर्थिक और मानसिक परेशानी से गुजर रहे शिक्षा प्रेरकों ने अपनी समस्या से विभागीय अधिकारियों को कई बार वाकिफ कराया। सीएम और पीएम तक अर्जियां भेजी जा चुकी, मगर हालात अभी नहीं बदले हैं। प्रेरकों द्वारा संचालित लोक शिक्षा केंद्रों पर भी 3 साल बीतने के बाद कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा सके हैं। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.