Pages

Thursday, 31 December 2015

मूल्यांकन टेस्ट का प्रश्न पत्र बनेगा गुरुजी की योग्यता की कसौटी

** डीईओ से नौवी, 11वीं कक्षा के प्रश्न की मांगी गई कॉपी
पानीपत : मासिक मूल्यांकन परीक्षा (मैट) में बच्चों को जो प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए गए, उसकी गुणवत्ता की अब जांच की जाएगी। निदेशालय में प्रत्येक जिले से नौवीं और 11वीं कक्षा के प्रश्न पत्र मंगाए गए हैं। मूल्यांकन के लिए पूछे गए प्रश्न गुरुजी की योग्यता की कसौटी होगी।

सरकारी स्कूलों में शिक्षा हासिल करने वाले बच्चों का स्तर परखने के लिए मासिक मूल्यांकन प्रणाली लागू की गई है। मई से फरवरी 2016 तक सात मूल्यांकन परीक्षा निर्धारित किए गए। नवंबर तक पांच टेस्ट करा लिए गए। परिणाम विभाग के वेब पोर्टल एमटीएमएस पर शत प्रतिशत अपलोड हो चुका है। 
मूल्यांकन कार्य को कसौटी पर परखने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सख्त कदम उठाए हैं। परीक्षा के लिए जारी लाखों की राशि के उपयोग में किसी तरह की गड़बड़ी तो नहीं की गई। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। सभी डीईओ विशेष संदेशवाहक से निदेशालय के द्वितीय मंजिल पर स्थित एकेडेमिक शाखा में वांछित सूचना उपलब्ध कराएंगे।
सैंपल भरकर भेजेंगे

प्रत्येक ब्लॉक से न्यूनतम पांच राजकीय हाई व पांच सीनियर सेकेंडरी स्कूलों से एक-एक प्रति रिपोर्ट कार्ड भी सैंपल के तौर पर भर कर भेजने को कहा गया है। संबंधित शिक्षक स्वयं इसे भरेंगे। निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों को इससे पता चलेगा कि गुरुजी हकीकत में उनकी योजनाओं को साकार करने में जुटे हैं या अन्य योजनाओं की तरह खानापूर्ति तो नहीं की जा रही। शिक्षा की गुणवत्ता निखारने के लिए किए जा रहे प्रयास कितने कारगर हो रहे? पानीपत के बीईओ सतपाल सिंह ने बताया कि स्कूल प्रमुख खंड स्तर पर 31 दिसंबर तक यह रिपोर्ट जमा कराएंगे।
4 और 5 को देनी है रिपोर्ट
4 जनवरी को गुड़गांव, मेवात, फरीदाबाद, पलवल और नारनौल, जबकि 5 जनवरी को रोहतक, झज्जर, सोनीपत, करनाल और पानीपत की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा व जींद जिले से बुधवार को प्रश्नपत्र व रिपोर्ट कार्ड के सैंपल जमा कराए दिए गए।
देनी है एक प्रति
निदेशालय डीईओ को जारी पत्र में कहा गया है कि नौवीं और 11वीं कक्षा के प्रत्येक विषय के प्रश्न पत्र की एक प्रति हर राजकीय उच्च विद्यालय और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से उपलब्ध कराए जाएं। विषयवार पैकेट बना कर अलग- अलग देंगे। प्रश्न पत्र की प्रति पर स्कूल का नाम, अध्यापक व प्राध्यापक का नाम भी लिखा होना चाहिए। पत्र में ये नहीं लिखा है कि कक्षा स्तर से निम्न ग्रेड का प्रश्न पूछने पर शिक्षक के प्रति क्या कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।                                                    dj

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.