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Saturday, 9 July 2016

अब नेताओं के जिम्मे होगी स्कूलों की शिक्षा

** सरकारी स्कूलों का भविष्य सुधारने का जिम्मा विधायकों और मंत्रियों को
** पानीपत में बैठक के दौरान बच्चों की घटती संख्या पर सीएम ने जताई थी चिंता

पानीपत : सरकारी स्कूलों में बच्चों की घटती संख्या को रोकने का जिम्मा अब प्रदेश के मंत्री और विधायकों का होगा। वह स्वयं अपने क्षेत्र के ग्रामीणों को इसके लिए जागरूक करेंगे कि वे अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करवाएं। इसके लिए वे पंचायतों का भी सहयोग ले सकते हैं। मंत्री एवं विधायकों को इस आशय के निर्देश सीधे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए हैं।
दरअसल, बुधवार देर शाम पानीपत के लघु सचिवालय में समीक्षा बैठक के दौरान बच्चों की निरंतर घटती संख्या का मुद्दा भी उठा। डीईओ आनंद चौधरी की रिपोर्ट में सामने आया कि अकेले पानीपत में ही दर्जनों प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां बामुश्किल 25 से 50 बच्चे ही पढ़ रहे हैं। होना कम से कम 150 चाहिए। जो स्कूल आ रहें हैं, वे भी मिड डे मील के लालच में आ रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने हैरत एवं चिंता जताई। 1प्रदेश के परिवहन एवं आवास मंत्री कृष्णलाल पंवार की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अब इन स्कूलों में बच्चों की संख्या वहां के जन प्रतिनिधि बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि विधायक एवं मंत्री स्वयं इस टास्क को हाथ में ले लें और ग्रामीणों को जागरूक करें कि अब सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो रहा है। वहां बच्चों को सभी जरूरी सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए गांवों के पंच- सरपंचों की मदद लेने की बात भी कही।                                                                      dj 

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