चंडीगढ़ : प्रदेश शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों का रिजल्ट सुधारने के लिए बड़ा कदम उठाया है। स्कूल का रिजल्ट खराब आने पर अब टीचर्स का इंक्रीमेंट प्रमोशन रोका जाएगा। वहीं, सभी टीचर्स का परफाॅर्मेंस रिकाॅर्ड बनाया जाएगा। अच्छे रिजल्ट पर उन्हें परफाॅर्मेंस के 5 नंबर देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। टीचर्स का तबादला भी अब पाॅलिसी के अनुसार होगा।
शिक्षा विभाग में तबादलों में ज्यादा दिक्कत आती है। पहुंच वाले टीचर मनपसंद जगह बैठे रहते थे। असर स्कूल के शिक्षा स्तर पर पड़ता था। इससे बचने को पॉलिसी बनाई गई है। इसमें माना गया कि एक टीचर भर्ती के बाद कम से कम 35 साल सर्विस में रहेगा। प्रदेश जिले को 7 जोन में बांटा गया है। जेबीटी टीचर्स क्योंकि जिले में ही रहेंगे। इसलिए उनके लिए 7 जोन जिले में बनाए हैं। एक जोन में ये 5 साल से ज्यादा नहीं रह सकेंगे। साथ ही हर जोन में सर्विस करनी पड़ेगी। टीजीटी बड़ी कक्षाओं को पढ़ाने वाले टीचर्स के लिए प्रदेश को 7 जोन में बांटा है। उन्हें भी सभी जोन में सर्विस करनी होगी। शेष| पेज 9 पर
इसपॉलिसी से सिफारिश खत्म हो जाएगी। हर टीचर को अपनी सर्विस में 7 जगह पढ़ाने का मौका मिलेगा। उनके अनुभव का लाभ बच्चों को मिलेगा। इससे शिक्षा में सुधार आएगा।
ज्यादा समय तक एक स्कूल में तैनात रहे सरप्लस टीचर बदले जाएंगे
रेशनेलाइजेशन के तहत अब सरप्लस होने वाले उन टीचर को सबसे पहले बदला जाएगा, जो ज्यादा समय से एक स्कूल में तैनात हैं। इसमें यह देखा जाएगा कि उनकी 5 साल की सर्विस है, तो तबादले में आएंगे ही, लेकिन यदि किसी की पांच साल सर्विस नहीं है, लेकिन वह सबसे ज्यादा समय से वहां है तो उन्हें बदला जाएगा। ऐसे टीचर को तबादले के लिए आॅप्शन दिए जाएंगे। db
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