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Thursday, 25 May 2017

पहली-दूसरी क्लास में नहीं लाना होगा बैग, नो होमवर्क

** प्रदेश के 119 स्कूलों में योजना 
** स्कूल में बच्चों को मिलेंगे लॉकर, सारा होमवर्क क्लास में ही कराया जाएगा
राजधानी हरियाणा : सरकारी स्कूलों का पारंपरिक पढ़ाई का खाका बदलने की कोशिश के तहत शिक्षा विभाग प्रदेश के 119 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को बैग लेकर नहीं आना होगा। उन्हें कोई होम वर्क भी नहीं दिया जाएगा। इस पायलट प्रोजेक्ट के परिणाम बेहतर आने पर अन्य स्कूलों में भी इसे शुरू किया जाएगा। शिक्षा के विभाग एसीएस पीके दास ने बताया कि यह योजना प्राइमरी सेक्शन के पहली और दूसरी तक के बच्चों के लिए होगी और इसी शैक्षिक सत्र, एक जुलाई से लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के सभी 119 ब्लाॅक मुख्यालय से एक-एक स्कूलों को चयन किया जाएगा। योजना के मुताबिक स्कूलों में उन्हें लॉकर दिए जाएंगे ताकि पढ़ाई के बाद वे उसमें अपना बैग रख सकें। बच्चे सप्ताह में केवल दो दिन ही अपना बैग घर लेकर जाएंगे। बाकी पांच दिन उन्हें टीचिंग स्टॉफ स्कूल में ही होम वर्क कराएगा। 

एकेडमिक कैलेंडर भी दूसरे स्कूलों से अलग होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग के एकेडमिक सैल ने तैयारियां कर ली है। अभिभावक, टीचर और स्कूल मैनेजमेंट सदस्यों की काउंसलिंग की जाएगी, ताकि बच्चों की शिक्षा संबंधी कोई भ्रांति पैदा हो। 
शिक्षा विभाग ने 'नो होमवर्क' स्कूलों में विद्यार्थियों के होमवर्क करवाने का भी कांसेप्ट तैयार किया है। पहली कक्षा में तीन विषय होते हैं। शिक्षक एक विषय का होम वर्क दस मिनट में करवाएगा। ऐसे में तीन विषयों का होम वर्क 30 मिनट में ही हो जाएगा। दूसरी कक्षा में प्रत्येक विषय के लिए 20 मिनट होम वर्क के लिए निर्धारित किए गए है। 
इन मापदंडों पर चुने जाएंगे 
प्रोजेक्ट में ऐसे स्कूल ही शामिल किए जाएंगे जिनकी इमारत होनी चाहिए। 30 छात्रों पर एक शिक्षक हो, स्कूल में प्रिंसिपल और हेडमास्टर का पद खाली हो। सीनियर सेकेंडरी और हाईस्कूल से प्राइमरी स्कूल की दूरी 300 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए और कैंपस के मध्य ही स्थापित प्राइमरी स्कूल को प्राथमिकता दी जाएगी। स्कूल में कंप्यूटर लैब और बिजली व्यवस्था अनिवार्य होगी। 


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