गाइडलाइंस छोड़ विभाग ने दो साल की एचटेट 1 बार में कराई
** 7 लाख उम्मीदवारों के साथ छलावा
रोहतक : एचटेट
परीक्षा में प्रदेश के 7 लाख युवाओं के साथ मजाक करते हुए शिक्षा विभाग ने
दो साल की परीक्षा को एक बार में निपटा दिया। एनसीईटीई की गाइडलाइंस में
कक्षा एक से 8वीं तक के लिए एचटेट की परीक्षा करानी होती है, लेकिन शिक्षा
विभाग ने गाइडलाइंस को दरकिनार करते हुए 9वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए भी
एचटेट की परीक्षा करा दी। बाद में शिक्षा विभाग ने ये माना की दिसंबर 2017
में हुई परीक्षा वर्ष 2015-16 के लिए थी। इसका खुलासा अधिवक्ता दिग्विजय
जाखड़ की ओर से लगाई आरटीआई में हुआ है।
आरटीआई के अनुसार, राष्ट्रीय
अध्यापक शिक्षा परिषद की गाइडलाइंस के अनुसार शिक्षा विभाग को वर्ष
2015-16, 2016-17 में एचटेट की परीक्षा कराई जानी थी। वर्ष 2015-16 की
परीक्षा में पेपर आउट होने से परीक्षा टल गई। वर्ष 2016 के जून माह वर्ष
2014-2015 की लेवल तृतीय की एचटेट परीक्षा कराई गई। विभाग को वर्ष
2015-2016 की एचटेट परीक्षा करानी थी। लेकिन वर्ष 2017 के दिसंबर माह में
हुई एचटेट परीक्षा में वर्ष 2015-16 की परीक्षा का जिक्र ही नहीं किया गया।
विभाग के अफसर बताते हैं कि वर्ष 2015-2016 की एचटेट परीक्षा के लिए
प्रदेश भर से करीब 3 लाख व वर्ष 2016-2017 की परीक्षा के लिए करीब चार लाख
युवाओं ने आवेदन किया था। उम्मीदवारों की ओर से दाखिल की गई याचिका के जरिए
हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग से पूछा कि एचटेट 2016 की परीक्षा कब कराई
जाएगी। तो विभाग के एडिशनल डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने जवाब दिया कि नवंबर
2017 में परीक्षा करा दी जाएगी। लेकिन विभाग की ओर से कराई गई परीक्षा में
वर्ष 2016 का जिक्र न कर वर्ष 2017 का ही उल्लेख किया गया है। रोहतक से
दिग्विजय जाखड़, भिवानी से बबीता व सोनीपत से सुरजीत बताते हैं कि विभाग की
ओर से दो माह पूर्व कराई गई एचटेट परीक्षा वर्ष 2016 सत्र की थी या वर्ष
2017 की। सत्र को लेकर प्रदेश के करीब 6 लाख उम्मीदवार संशय में हैं।
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