** भव्या ने सोशल मीडिया पर नहीं बनाया था अकाउंट, मां और दादी दोनों टीचर
** भव्या ने 500 में से 498 अंक हासिल किए, कभी भी नहीं पढ़ा ट्यूशन
पानीपत : सीबीएसई से 12वीं की सेकेंड टॉपर भव्या भाटिया ने पढ़ाई में अड़चन न आए, इसलिए सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं बनाया था। जब कभी स्टडी मटीरियल दोस्तों से मंगाना पड़ता था तो मां के वाट्सएप पर मंगाती थी। उनकी मां और दादी दोनों टीचर रही हैं। भव्या कहती हैं कि उन्हें पढ़ाई के लिए कभी दोनों ने नहीं टोका, क्योंकि कभी ऐसी नौबत नहीं आई कि उन्हें ये कहना पड़ा हो कि पढ़ाई कर लो।
ये यकीन नहीं था कि दूसरा स्थान आ जाएगा
पानीपत के उरलाना कलां गांव में रहने वाली भव्या भाटिया जींद जिले के सफीदों कस्बे के बीआरएसके इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा है। एलकेजी के बाद से पूरी पढ़ाई यहीं से पूरी की। भव्या का कहना है कि ये तो यकीन था कि अच्छे नंबर आएंगे। लेकिन, ये विश्वास नहीं था कि दूसरा स्थान आ जाएगा।
आज तक नहीं लिया कभी ट्यूशन
भव्या ने बताया कि वह घंटों के हिसाब से पढ़ाई नहीं करती थी। लेकिन स्कूल वर्क पूरा करती थी। बचपन से आज तक उसने कभी ट्यूशन नहीं लिया। जो भी पढ़ाई करवाई मां और दादी ने करवाई। 10वीं में भी भव्या ने 10 सीजीपीए हासिल किया था। अपनी इस सफलता का श्रेय भव्या पूरे परिवार को देती है, जिन्होंने हमेशा उत्साहित किया।
यूपीएससी की तैयारी करेगी भव्या
भव्या का कहना है कि रिजल्ट आने से पहले ही उसने सोच लिया था कि वह यूपीएससी की तैयारी करेगी। अब रिजल्ट अच्छा आने के बाद उसका इरादा और मजबूत हो गया। भव्या ने 500 में से 498 अंक हासिल किए हैं।
पिता चलाते हैं बुक डिपो
भव्या के पिता विकास कुमार की सफीदों में बुक शॉप है। मां रंजू भाटिया प्राइवेट स्कूल टीचर हैं। दादा यशपाल भाटिया खेतीबाड़ी करते हैं, दादी राधा रानी सरकारी स्कूल से टीचर से रिटायर्ड हैं। छोटा भाई हार्दिक 12वीं कक्षा में है
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