सोनीपत : दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल
में गंभीर मामला सामने आया है। विवि में बीटेक तृतीय सेमेस्टर के 50
छात्रों ने कुलपति को पत्र भेजा है कि वह सामूहिक आत्महत्या करने को मजबूर
हो सकते हैं। इनका आरोप है कि जानबूझ कर छात्रों को एक पेपर में अनुत्तीर्ण
किया गया है। इतना ही नहीं अंक इतने कम दिए गए हैं कि वह री-चेकिंग का
आवेदन भी नहीं कर सकते हैं। इस पेपर में इन 50 छात्रों को शून्य से 15 के
बीच अंक दिए गए हैं। नियमानुसार 15 से कम अंक पाने वाला छात्र री-चेकिंग का
आवेदन नहीं कर सकता है। छात्रों का आरोप है कि पेपर किसी अध्यापक के बजाए
छात्र द्वारा चेक कराए गए हैं।1 इस मामले को रजिस्ट्रार ने गंभीरता से लेते
हुए परीक्षा नियंत्रक को व्यक्तिगत तौर पर मामले की जांच के आदेश दिए
हैं।
विश्वविद्यालय द्वारा 8 जून को बीटेक के तीसरे सेमेस्टर का परिणाम
घोषित किया गया था। इसमें मैकेनिकल तीसरे सेमेस्टर के ‘स्ट्रैंथ ऑफ
मैटीरियल्स विषय के परिणाम ने विद्यार्थियों को पूरी तरह हताश कर दिया। इस
विषय में इस बैच के 75 छात्रों में से 50 को फेल दिखाया गया है। छात्रों ने
मामले में हस्तक्षेप के लिए सरकार व प्रशासन का दरवाजा खटखटाया है। मामले
की जांच के लिए पीएमओ, शिक्षा मंत्री कार्यालय, डीसी सहित अनेक अधिकारियों
को पत्र लिखा है और बताया है कि यदि उनके मामले में शीघ्र सुनवाई नहीं हुई,
तो हताश विद्यार्थी आत्महत्या तक कर सकते हैं।
इस मामले में विवि के
रजिस्ट्रार केपी सिंह ने बताया कि छात्रों की ओर से उन्हें एक शिकायत मिली
है। इसमें बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं और समस्या हल न होने की स्थिति में
विद्यार्थियों ने आत्महत्या की चेतावनी भी दी है। उन्होंने परीक्षा
नियंत्रक को निर्देश दिए हैं कि वे व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखें और
आशंका दूर करें। dj
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