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Tuesday 14 February 2017

छात्र अपनी फैकल्टी के अन्य विषयों से कोई भी विषय ले सकेंगे

** यूजीसी के निर्देशों के बाद कुवि ने शुरू किया च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम
 कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थी अब अपने विषय के साथ ही रुचि के अनुसार दूसरे विषय में भी पढ़ सकेंगे। यूजीसी की ओर से जारी निर्देशों के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस सेमेस्टर से च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम को लागू कर दिया है। 1नियमों के अनुसार छात्र अपनी फैकल्टी के अन्य विषयों से कोई भी विषय ले सकते हैं, जिसकी परीक्षा भी होगी और इसका क्रेडिट भी छात्र को मिलेगा। कुवि ने सभी विभागों को आदेश जारी कर इस सेमेस्टर में इस प्रकार की कक्षाएं लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सत्र 2016-17 से च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम को लागू करने के आदेश पिछले वर्ष जारी किए थे। इसके अनुसार विद्यार्थियों को दूसरे विषयों का ज्ञान देने की बात कही गई थी। यानि अगर छात्र स्नातकोत्तर स्तर पर किसी एक विषय में एमए की डिग्री कर रहा है और वह दूसरे विषय में भी रुचि रखता है। ऐसे विद्यार्थियों के लिए च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम को लागू किया गया है। कुवि ने यूजीसी के नियमों के अनुसार पहले वर्ष अपनी ही फैकल्टी के विषयों में से रुचि के अनुसार विषय चुनने की आजादी दी है। 
विभागों ने बनाया है सिलेबस 
कुवि के विभागों ने च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम के पेपर का सिलेबस भी बना दिया है। यह पेपर 50 अंकों का होगा, जिसमें दूसरे विषय की सामान्य जानकारी ही दी जाएगी। छात्र अपने विषय के अलावा अन्य विषयों में से एक विषय ले सकता है। इस पेपर के अंक का क्रेडिट भी छात्र को कुल अंकों में मिलेगा। इसके तहत कला संकाय के विद्यार्थी अपने संकाय के अन्य विषयों से ही विषय को ले सकते हैं और विज्ञान संकाय के विद्यार्थी अपने संकाय से। 
सप्ताह में एक दिन लगेगी कक्षा  
नियमों के अनुसार इस दूसरे विषय के छात्रों को पढ़ाने के लिए बाकायदा कक्षा का प्रबंध भी किया गया है। सभी विभागों को उनके विषयों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या भेज दी गई है। कुवि ने सभी विभागों को इसके लिए सप्ताह में एक दिन कक्षा का आयोजन करने के आदेश जारी किए हैं जो शनिवार को एक घंटे की लगाई जाएगी। कुवि के डीन एकेडमिक अफेयर डॉ. अनिल वोहरा ने बताया कि च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम से उन छात्रों को फायदा होगा जो दूसरे विषयों की जानकारी चाहते हैं। इसके अलावा जो छात्र आइएएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उनको भी इसका बड़ा फायदा होगा।

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