जींद : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने शिक्षा विभाग की रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया तबादला नीति पर एतराज जताया है। जिला सचिव वेदपाल रिढाल ने कहा कि विभाग द्वारा प्रस्तावित रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया बिलकुल अव्यवहारिक है। प्रदेश के हजारों हाई स्कूलों में से पीजीटी अध्यापकों के पद समाप्त कर दिए गए हैं टीजीटी अध्यापकों के पद केवल छह से आठ के लिए ही स्वीकृत हैं। ऐसे में कक्षा नौवीं दसवीं के लिए कोई अध्यापक नहीं बचा है। इसके अलावा मुख्य विषयों के भी हजारों पद समाप्त कर दिए गए हैं। अध्यापक संघ ने मांग की है कि सभी विषयों के अध्यापक बच्चों को उपलब्ध करवाए जाए रेशनेलाइजेशन के बहाने पदों को समाप्त करना बंद किया जाए। प्राथमिक स्कूलों में दो सौ से अधिक छात्र संख्या पर 40 की जगह 30 बच्चों पर अध्यापक दिया जाए। छात्र संख्या 30 सितंबर की ली जानी चाहिए।
जल्द समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो होगा प्रदर्शन :
राज्य संगठन सचिव बलबीर सिंह ने कहा कि विभाग ने मौलिक स्कूल मुख्य अध्यापकों के रिवर्सन आदेश जारी किए हैं जो बिलकुल गलत है केवल कोर्ट के आदेश से प्रभावित अध्यापकों पर ही विभाग को कार्रवाई करनी चाहिए थी। जिला प्रेस सचिव भूप सिंह वर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा लागू की गई नई तबादला नीति में भी अनेक कमियां हैं जिन्हें दूर किया जाना चाहिए। नई नीति में अध्यापक का ठहराव जोन का माना गया है यह जोन की जगह स्कूल का होना चाहिए। इसके अलावा पारस्परिक स्थानांतरण का विकल्प भी समाप्त कर दिया गया है। जिससे हजारों अध्यापकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। अगर जल्द इन मुद्दों को हल नहीं किया गया तो अध्यापक संघ शिक्षा मंत्री के आवास पर राज्य स्तरीय प्रदर्शन करेगा। db
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