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Saturday 22 December 2018

छठी कक्षा से बच्चों को सभी विषय पढ़ाए जाएंगे अंग्रेजी में

हिसार : राजकीय स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के मन से अंग्रेजी का डर निकालने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा बड़ा फैसला लिया गया है। योजना के तहत अब छठी कक्षा से ही सभी विषयों को अंग्रेजी में पढ़ाया जाएगा, किंतु इसके लिए विभाग द्वारा प्रदेश के मात्र 310 राजकीय स्कूलों का ही चयन किया गया है। उक्त व्यवस्था आगामी शिक्षा सत्र 2019-20 से अमल में लाई जाएगी। इससे पहले विभाग 9वीं कक्षा से गणित-साइंस की पढ़ाई अंग्रेजी में मौजूदा शिक्षा सत्र से शुरू करवा चुका है।
बच्चों के मन से अंग्रेजी का भूत निकालने के लिए प्रदेश के शिक्षा विभाग ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। नए फसले के अनुरूप अब प्रदेश के राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को कक्षा 6 से ही अंग्रेजी माध्यम से सभी विषयों को पढ़ाया जाएगा। इसके लिए प्रदेशभर के मात्र 310 स्कूलों का चुनाव किया गया है। विभाग द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार आगामी शिक्षा सत्र से चयनित किए गए सभी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकें उपलब्ध करवा दी जाएंगी, साथ ही प्रावधान यह भी किया गया है कि संबंधित स्कूल मेें 40 से अधिक छात्रों की संख्या होने पर हिन्दी मीडियम को भी मांग के अनुसार शुरू किया जा सकेगा, अन्यथा सभी विषयों को अंग्रेजी में ही पढाया जाएगा।
व्यवस्था के लिए शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सभी वर्गों के शिक्षा अधिकारियों को अवगत करवाते हुए तैयार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। यहां बताना होगा कि इससे पहले शिक्षा विभाग राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की अंग्रेजी पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए कक्षा 9वीं से मैथ-साइंस को अंग्रेजी में पढ़ाई का निर्णय ले चुका है, जिसको लागू भी किया जा चुका है।
310 स्कूलों का चयन  गुरुग्राम में सबसे ज्यादा
राजकीय स्कूलों में सभी विषयों को छठी कक्षा से अंग्रेजी में पढ़ाए जाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 310 स्कूलों का चुनाव किया गया है। जिनमें सबसे ज्यादा स्कूल जिला गुरूग्राम के हैं। इनकी संख्या 36 है। जिला फरीदाबाद-32, करनाल-28, सिरसा, 26, कुरुक्षेत्र-20, हिसार-18, यमुनानगर-17, सोनीपत-15, जीन्द, कैथल और पंचकूला प्रत्येक से 14, फतेहाबाद और पानीपत से क्रमश: 12-12, भिवानी-10, अंबाला व पलवल-9 प्रत्येक, रेवाड़ी-7, झज्जर व रोहतक- 6 प्रत्येक, महेन्द्रगढ़-4 व मेवात का एक स्कूल शामिल है।
शिक्षक नेताओं का आरोप बिना होमवर्क किया फैसला
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष दयानंद सिहाग ने विभाग द्वारा की गई पहल की तारीफ करते हुए सवाल भी उठाए और कहा कि बिना तैयारी किए ही शिक्षा विभाग फैसले ले लेता है, जिससे स्कूल ना इधर के रहते हैं ना उधर के। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के लिए सबसे पहले स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाना चाहिए।

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