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Thursday 29 March 2018

प्राइवेट संस्थाओं में एमबीबीएस, इंजीनियरिंग कर सकेंगे श्रमिकों के बच्चे, सरकार उठाएगी खर्च

** 10वीं में 60 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को मिलेंगे 21 से 51 हजार रुपए तक 

राजधानी हरियाणा : प्रदेश के साढ़े सात लाख श्रमिकों के लिए अच्छी खबर है। श्रमिकों के बच्चे यदि प्राइवेट संस्थान से एमबीबीएस, इंजीनियरिंग, व्यवसायिक और तकनीकी कोर्स करना चाहते हैं तो सरकार इसका पूरा खर्च उठाएगी। पहले यह सुविधा सरकारी संस्थानों के लिए यह मदद दी जाती थी। श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी सरकार ने 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। यह जानकारी श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह सैनी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। 

सैनी ने बताया कि श्रमिक और उनके परिवारों के लिए हरियाणा भवन एवं अन्य संनिर्माण बोर्ड की 15वीं बैठक में लिया गया है। बताया कि 10वीं कक्षा में 60 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वालों को कैटेगरी के हिसाब से 21 हजार से 51 हजार रुपए तक की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों द्वारा किसी अन्य बोर्ड, निगम या विभाग से छात्रवृति, अनुदान या अन्य आर्थिक सहायता न लेने की स्वतः घोषणा करने का अधिकार दिया गया है। श्रमिक सरलीकरण केंद्रों की स्थापना, भोजनालयों के लिए आधार समर्थ उपस्थिति तथा श्रमिकों का पूरा डाटा का डिजिटलीकरण किया जाएगा। इसके लिए सक्षम युवाओं को लगाया जाएगा। मंत्री ने कहा कि श्रमिकों के कल्याण के लिए साढ़े तीन साल में 324 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जबकि पिछली सरकार ने केवल 28 करोड़ रुपए ही खर्च किए थे। श्रमिकों के लिए सेस के रूप में सरकार के पास 2400 करोड़ से ज्यादा की राशि है, जिसे उनके कल्याण के लिए लगाया जाएगा। मंत्री ने बताया कि साढ़े सात लाख श्रमिकों में 4 लाख 15 हजार श्रमिक पंजीकृत हैं। बाकी को भी पंजीकृत किया जा रहा है। सुविधाओं का लाभ पंजीकृत श्रमिकों को दिया जाएगा। 
पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को कन्यादान के तौर पर 51 हजार रुपए की राशि दी जाती है, लेकिन अब सरकार की ओर से शादी में अन्य खर्च के लिए 50 हजार रुपए और दिए जाएंगे। श्रम मंत्री ने बताया कि श्रम विभाग एवं हरियाणा भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिकों के संयुक्त कार्यालय भवन का निर्माण पंचकूला में किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही राज्य के निर्माण श्रमिकों को प्रशिक्षित करने का पूरा खर्च श्रमिक कल्याण बोर्ड उठाएगा। इसके लिए कार्य की दिलचस्पी के लिए उनसे आवेदन लिए जाएंगे। उन्हें प्रशिक्षण के बांद प्रमाण पत्र तथा टूल किट दी जाएगी। प्रशिक्षण के लिए श्रमिक हरियाणा का स्थाई निवासी होना अनिवार्य होगा। 
अपंजीकृत श्रमिकों की भी कार्यस्थल पर दुर्घटनावश अपंगता होने पर पहली बार 1.50 लाख रुपए िमलेंगे 
बच्चों की स्कॉलरशिप 50 फीसदी तक बढ़ाई

कक्षा एक से 8वीं तक 
पहले : 3 हजार रुपए मिलते थे। 

अब : 8 हजार मिलेंगे। 
9वीं से 12वीं तक और आईटीआई स्टूडेंट्स 

पहले : 6 हजार रुपए मिलते थे। 

अब : 10 हजार मिलेंगे। 
स्नातक 
पहले : 8 हजार मिलते थे। 
अब :15 हजार रुपए दिए जाएंगे। 
स्नातकोत्तर 
पहले :12 हजार रुपए मिलते थे। 
अब 20 हजार मिलेंगे। 
ऐसे मिलेगी प्रोत्साहन राशि 

श्रमिकों के बच्चों को 10 वीं में 60 फीसदी से अधिक अंक लाने पर नकद राशि दी जाएगी। 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 51 हजार रुपए दिए जाएंगे। 80 से 90 फीसदी के बीच अंक लाने पर 41 हजार, 70 से 89 फीसदी अंक लाने पर 31 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा 60 से 70 फीसदी के बीच अंक लाने वाले विद्यार्थियों को 21 हजार रुपए की राशि एक मुश्त प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी। 
श्रमिकों के आश्रितों को मिलेगी सहायता राशि 
श्रम मंत्री ने कहा कि पंजीकृत श्रमिक की मृत्यु होने पर अब उसके आश्रितों को भी परिवार की शिक्षा, स्वास्थ्य, अपंगता पैंशन तथा अन्य सहायता दी जाएगी। श्रमिकों द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए क्लेम प्रस्तुत करने की निर्धारित समय सीमा 6 माह से बढ़ाकर एक वर्ष कर दी है।

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