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Thursday 9 July 2015

अन्य विषयों के दबाव में अपना विषय भूल रहे परीक्षार्थी

** एचटेट परीक्षा प्रश्न के ब्लू प्रिंट ने फिर उड़ाया मजाक, संस्कृत के प्रश्न पत्र में सामाजिक-अंग्रेजी के प्रश्न हावी 
रेवाड़ी : सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती योग्यता को लेकर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से अगस्त माह में होने वाली हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रश्न पत्र में तमाम खामियों के बावजूद इस बार भी बदलाव नहीं किया जाएगा। जिसका खामियाजा इस बार भी लाखों युवाओं को उठाना पड़ेगा। मसलन संस्कृत का शिक्षक बनने के लिए युवा के प्रश्न पत्र में उसके विषय से संबंधित 30 प्रश्न होंगे तो सामाजिक विषय के 60 नंबर अंग्रेजी 30 नंबर की होगी। इस वजह से संस्कृत के विद्यार्थी अपना विषय भूलकर सामाजिक विषय पर पूरा फोकस कर रहे हैं। उनकी सबसे बड़ी परेशानी यह है कि संस्कृत के विद्यार्थियों को किसी एक विषय में दक्षता हासिल करने के लिए सामाजिक विषय 10 वीं के बाद ही छोड़ दिया था। अब यही विषय एचटेट की परीक्षा में उनके पसंदीदा विषय से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया। यही स्थिति शारीरिक शिक्षा, गृह विज्ञान, आर्ट, संगीत विषयों के विद्यार्थियों की बन चुकी है। इस बार भी मुख्य तौर पर शारीरिक शिक्षा, गृह विज्ञान, आर्ट, संगीत विषयों के विद्यार्थियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण यह है कि परीक्षा में उनके संबंधित विषयों से जुड़े सवालों को शामिल ही नहीं किया जा रहा है। शिक्षा बोर्ड की उदासीनता लापरवाही के चलते पात्रता परीक्षा में उन्हें अपने विषयों को छोड़कर अन्य विषय के प्रश्नों को हल करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ऐसे में परिणाम पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। 
बोर्ड स्थिति से अवगत फिर भी हो रही अनदेखी : 
हरियाणा पात्र अध्यापक संघ के प्रदेश महासचिव सुनील यादव, समेत कई विद्यार्थियों सन्नी भारद्वाज, दीपक सोनी, अनिल यादव, मनजीत सोनी, नरेश कुमार, संजय, अशोक आदि का कहना है कि उनके पढ़े हुए विषयों को परीक्षा में शामिल नहीं करने और अन्य विषयों के प्रश्न आने पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में इन विषयों के विद्यार्थियों के लिए पात्रता परीक्षा का आयोजन करना मजाक ही साबित होगा तथा उन्हें अपने विषय की पढ़ाई का कोई फायदा नहीं मिल पाएगा। 
बहु विकल्पीय प्रश्नों पर आधारित होगी एचटेट 
तीन स्तरों (पीआरटी, टीजीटी पीजीटी) के तहत होने वाली एचटीईटी के लेवल दो में छठीं से आठवीं कक्षा के टीजीटी शिक्षकों के लिए 150 अंकों के बहु विकल्पीय प्रश्नों की पात्रता परीक्षा का आयोजन होता है। परीक्षा के प्रथम भाग में 30 अंकों के बाल विकास एवं पैडा गोगी दूसरे भाग में भाषा प्रथम के रूप में 30 अंकोंं की अंग्रेजी को अनिवार्य विषयों के रूप में शामिल किया गया है। पेपर के तीसरे भाग में भाषा दो के तहत अंग्रेजी, संस्कृत, पंजाबी, उर्दू में से किसी एक विषय के 30 अंको के बहु विकल्पीय प्रश्नों, चौथे भाग के उपखंड में गणित विज्ञान अध्यापकों के लिए गणित विज्ञान के 60 बहु विकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। उप खंड 'ख' में सामाजिक अध्ययन अध्यापक के लिए सामाजिक अध्ययन विषय के 60 प्रश्न निर्धारित किए गए हैं। जबकि उपखंड 'ग' में हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, पंजाबी, उर्दू, गृह शास्त्र, शारीरिक शिक्षा, आर्ट, संगीत अध्यापकों के लिए चौथे भाग के उपखंड उपखंड 'ख' में दिए गए विषयों में से किसी एक उपखंड के 60 बहु विकल्पीय प्रश्नों को चुने जाने का प्रावधान है। जबकि दूसरी ओर इनमें शामिल अधिकतर विषयों से जुड़े सवालों के लिए कोई स्थान नहीं है।                                                           db
शुरूआत से ही मजाक बनती रही एचटेट की परीक्षा 
 शुरूआतीदौर से ही शारीरिक शिक्षा अन्य विषयों के विद्यार्थियों के साथ पात्रता परीक्षाओं में सौतेला व्यवहार होता रहा है। एचटीईटी परीक्षा में आवेदन करने को लेकर सभी विषयों के साथ शारीरिक शिक्षा, संगीत, होम साइंस, आर्ट आदि विषयों को भी शामिल किया जाता है जबकि पात्रता परीक्षा में उनके विषयों से संबंधित प्रश्न भी नहीं पूछे जाते हैं, जो कि नियमानुसार पूरी तरह गलत है। इस संबंध में संबंधित विषय से जुड़े विद्यार्थियों ने प्रदेश सरकार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी को पत्र लिखकर मांग की है कि इस बार आयोजित होने वाली पात्रता परीक्षा में उनके संबंधित विषयों के प्रश्नों को भी शामिल किया जाए, ताकि उन्हें अपने विषय की पढ़ाई का फायदा मिल सके और उनकासही मूल्यांकन हो सके।

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