हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परीक्षाओं के सेमेस्टर सिस्टम में बदलाव अब केवल 60 लोगों की राय से होगा। यानी 60 से भी कम लोगों की राय लाखों बच्चों का भविष्य तय करेगी। जी हां, बोर्ड ने सेमेस्टर सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए बदलाव की योजना बनाई थी और आम लोगों से बदलाव के लिए सुझाव मांगे थे। साथ ही बदलावों को लेकर कुछ ऑप्शन भी दिए थे। बोर्ड की इस योजना में लोगों ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई और सिर्फ 60 लोगों ने ही अपनी राय दी। अब सभी राय को बोर्ड अधिकारियों की मीटिंग में रखा जाएगा और उसके बाद ही बदलाव पर विचार- विमर्श किया जाएगा।
ब्लॉग से मांगी थी राय
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर ब्लॉग बना लोगों से सेमेस्टर सिस्टम में बदलाव के लिए राय मांगी थी। इसके अलावा समाचार पत्रों में विज्ञापन भी छपवाया गया था। डाक के माध्यम से भी अपनी राय बोर्ड तक पहुंचाने का ऑप्शन रखा गया था। इसमें बोर्ड ने बदलाव को लेकर नौ से 10 ऑप्शन भी दिए थे कि इन बदलावों को किया जाए तो कैसा रहे। करीब 15 दिन तक लोगों की राय ली गई।
बोर्ड ने ब्लॉग पर मांगी राय के तहत सेमेस्टर सिस्टम को बेहतर बनाने व 9वीं व 11वीं कक्षाओं की परीक्षाओं को भी गंभीरता से लेने की योजना बनाई थी। बदलावों में 9वीं व 11वीं कक्षा के परिणाम को बोर्ड परीक्षाओं में वरियता देने, 9वीं कक्षा के फाइनल परिणाम को 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 25 फीसदी तक वरीयता देने, 11वीं के द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्न पत्र बोर्ड की ओर से तैयार करने, 11वीं की द्वितीय सेमेस्टर परीक्षाएं बोर्ड की ओर से करवाने, सेकंडरी व सीनियर सेकंडरी कक्षाओं के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने की जिम्मेवारी स्कूल को ही सौंपने आदि सवालों पर सुझाव मांगे गए थे। इसके अलावा विषय मिश्रण (सब्जेक्ट कंबिनेशन) पर भी सुझाव मांगे गए थे।
"सेमेस्टर सिस्टम में बदलाव के लिए आमजन, शिक्षाविदों से राय मांगी थी। राय कम ही लोगों की आई है। करीब 60 लोगों ने बदलाव पर अपनी राय दी है। इसी पर चर्चा के लिए पिछले दिनों बोर्ड अधिकारियों की बैठक होनी थी, मगर वह किसी कारणवश टल गई। अब जनवरी में बैठक होने की संभावना है, जिसमें सभी की राय रखी जाएगी। राय पर अधिकारी विचार विमर्श कर बदलाव करेंगे।" योगेश वशिष्ठ, सहायक निदेशक हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
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