** सख्ती : स्कूलों का निरीक्षण कर खराब परीक्षा परिणाम का कारण जानेगा शिक्षा विभाग
जींद : खराब परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा विभाग सख्ती के मूड में है। खराब
परीक्षा परिणाम के कारणों को जानने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों का
निरीक्षण किया जा रहा है। शिक्षा अधिकारियों के द्वारा किए गए निरीक्षण में
काफी खामियां उजागर हुई। स्कूल लैबों में टीचर्स ने अपने आराम के लिए
बिस्तर लगाए हुए हैं। जिले में इस बार 10वीं की बोर्ड परीक्षा का चार
स्कूलों का परीक्षा परिणाम शून्य प्रतिशत रहा था।
वहीं काफी संख्या में
स्कूल ऐसे थे, जिनका परीक्षा परिणाम 20 प्रतिशत से कम रहा। इन स्कूलों के
मुखियाओं को विभाग की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया हुआ है। वहीं डीईओ व
बीईओ इन स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। हाल ही में डीईओ ने जींद शहर के
सबसे पुराने व प्रतिष्ठित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल का निरीक्षण किया,
जिसमें काफी खामियां पाई गई। लैब में टीचर्स ने आराम करने के लिए बिस्तर
रखे हुए हैं। वहीं रेलवे जंक्शन के राजकीय स्कूल व सफीदों के एक स्कूल में
भी निरीक्षण के दौरान काफी खामियां मिली। बच्चों से उनके विषयों से संबंधित
सवाल पूछे गए।
शून्य प्रतिशत रिजल्ट वाले स्कूल
राजकीय स्कूल बरटा, नरवाना,
राजकीय हाई
स्कूल खटकड़, उचाना,
राजकीय स्कूल ऐंचरा कलां, सफीदों,
राजकीय स्कूल
सिलाखेड़ी, सफीदों
20 प्रतिशत से कम रिजल्ट वाले स्कूल
राजकीय स्कूल ऐंचरा खुर्द, सफीदों :
12 प्रतिशत
राजकीय स्कूल पांडू ¨पडारा, जींद : 16 प्रतिशत
बालाश्रम स्कूल
भिवानी रोड, जींद : 83 विद्यार्थियों में से 11 उत्तीर्ण
राजकीय सीनियर
सेकेंडरी स्कूल पटियाला चौक, जींद : 67 में से 8 विद्यार्थी पास
राजकीय
स्कूल पिपलथा, नरवाना : 62 में से 9 उत्तीर्ण
राजकीय स्कूल रेवर, नरवाना :
58 में से 11 विद्यार्थी उत्तीर्ण
राजकीय स्कूल सच्चाखेड़ा, नरवाना : 14
में से 1 विद्यार्थी उत्तीर्ण
राजकीय स्कूल, उचाना कलां : 74 में से 13
विद्यार्थी उत्तीर्ण
राजकीय स्कूल, उचाना खुर्द : 23 में से 2 विद्यार्थी
उत्तीर्ण
राजकीय स्कूल बिगाना, अलेवा : 50 में से 9 विद्यार्थी
उत्तीर्ण
राजकीय स्कूल डाहौला, अलेवा : 37 में से 3 विद्यार्थी उत्तीर्ण।
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