नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में
अभ्यर्थियों के आवेदनों की स्क्रीनिंग और छंटनी का काम जल्द शुरू होगा।
प्रिंसिपलों की कोर कमेटी ने नोडल और सहायक कॉलेजों को चिह्न्ति किया है।
वे असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति से संबंधित आवेदन पत्रों की ठीक से जांच
करेंगे।
आवेदन पत्रों की संख्या को ध्यान में रखते हुए नोडल और सहायक
कॉलेजों की सूची तैयार हो चुकी है। आवेदनों के शॉर्टलिस्ट से संबंधित
नियमों की जानकारी कॉलेजों को जल्द उपलब्ध करा दी जाएगी। कॉलेजों के
प्रिंसिपल से कहा गया है कि वे अपने यहां से एक एसोसिएट प्रोफेसर जोकि
कन्वीनर के रूप में होगा, उसका नाम संबंधित कॉलेज को भेजें। दिल्ली
विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल के सदस्य प्रो. हंसराज सुमन ने बताया कि
डीयू के विभिन्न विभागों में पिछले दस साल से नियुक्ति नहीं होने के कारण
असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के रिक्त पदों की संख्या
बढ़ती जा रही है। यहां काफी समय से तदर्थ शिक्षक काम कर रहे हैं। उनकी
संख्या लगभग एक हजार हो गई है। डीयू से संबंध कॉलेजों में 4500 से अधिक
तदर्थ शिक्षक पढ़ा रहे हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों को भरने के लिए अभी
50 से अधिक कॉलेजों ने विज्ञापन निकाले हैं। कॉलेज जल्द से जल्द रोस्टर
पास कराकर इन पदों को भरना चाहते हैं, क्योंकि हाई कोर्ट के निर्देशानुसार
दिसंबर तक रिक्त पद भरे जाने हैं। कॉलेजों में रिक्त पदों को भरने के लिए
62 विषयों का चयन किया गया है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.