** स्कूलों से अभी से ही डिमांड मंगाने की शुरू की कवायद, सीबीएसई स्कूलों में होगी सिर्फ एनसीईआरटी किताबों से पढ़ाई
नई दिल्ली : अगले शैक्षणिक सत्र यानी 2018-19 से देश के सभी सीबीएसई
स्कूलों में एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद)
की किताबों से ही पढ़ाई होगी। एनसीईआरटी ने सभी स्कूलों को किताबें उपलब्ध
कराने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत इसने सभी जोनल केंद्रों को किताबों
की डिमांड लेने के लिए जरूरी तैयारी करने को कहा है।1एनसीईआरटी की इस पहल
का मकसद किताबों का समय से प्रकाशन और उन्हें स्कूलों की जरूरत के मुताबिक
उपलब्ध कराना है। जिस तरीके से सभी सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी की
किताबों को अनिवार्य किया गया है, उसमें समय रहते डिमांड नहीं मिलने पर
उन्हें स्कूलों को उपलब्ध कराना मुश्किल होगा। सीबीएसई ने 2017-18 के
शैक्षणिक सत्र में ही देशभर के सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों
को अनिवार्य कर दिया था। लेकिन, यह फैसला देरी से लिया गया था और स्कूलों
ने डिमांड भेजने में भी काफी समय लगा दिया। इसके चलते करीब 1,700 स्कूलों
को ही एनसीईआरटी की ओर से किताबों की सप्लाई दी जा सकी। बाद में अफरा-तफरी
के माहौल को देखते हुए मंत्रलय ने अनिवार्यता को अघोषित रूप से कुछ समय के
लिए टाल दिया था। देशभर में करीब 20 हजार सीबीएसई स्कूल हैं, जहां इन
किताबों को अनिवार्य रूप से पढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, इन सब
के बीच प्राइवेट प्रकाशकों की तरफ से सीबीएसई के आदेश का विरोध जारी है।
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