** ऑनलाइन मार्कशीट के आधार पर पहले व दूसरे कटऑफ में मिल चुका है दाखिला
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले हरियाणा बोर्ड के
छात्रों का दाखिला रद करने
की चेतावनी दाखिला समिति ने दी है। यह चेतावनी उन्होंने हरियाणा विद्यालय
शिक्षा
बोर्ड को दोबारा मेल लिखते हुए दी है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों ने
जब ऑनलाइन अंक पत्र और मूल अंकपत्र के अंकों में अंतर देखा तो हरियाणा
विद्यालय शिक्षा बोर्ड के छात्रों को दाखिला देने से मना किया। कुछ कॉलेजों
ने छात्रों को यह भी कहा कि वह अपने स्कूल के प्रिंसिपल से यह लिखवा कर
लाएं कि जो अंकपत्र दिया गया है वह सही है।
ज्ञात हो कि डीयू पहले प्रमुख
बोर्डो से उनके यहां के अंकपत्र की सीडी या ऑनलाइन मार्कशीट का लिंक ले
लेता है जिससे दाखिला देते समय वह मूल प्रमाणपत्र के साथ अंकों का मिलान कर
सके और यह पुष्ट कर सके कि छात्र ने जो प्रमाणपत्र दिया है वह सही है।
डीयू के कॉलेजों ने हरियाणा बोर्ड के छात्रों के ऑनलाइन अंकपत्र देखने के
बाद उनको दाखिला दे दिया लेकिन जब प्रमाणपत्र आया तो उसमें अंतर था। तीसरे
कटऑफ तक जब हरियाणा बोर्ड के छात्र मूल अंकपत्र के आधार पर दाखिला लेने आए
तो उसमें अंतर आने पर कॉलेजों ने दाखिला देने से मना कर दिया। ज्ञात हो कि
इस वर्ष हरियाणा बोर्ड से रजिस्ट्रेशन करने वाले छात्रों की संख्या 9093
है। यह संख्या सीबीएसई और उत्तर प्रदेश बोर्ड के बाद सबसे अधिक है।
यह है
मामला
डीयू में ऑनलाइन व मूल प्रमाणपत्र में जो अंतर है उससे छात्रों का
कटऑफ प्रभावित हो रहा है। ऑनलाइन मार्कशीट में 100 अंकों के प्रश्नपत्र में
थ्योरी में 60 अंक प्रैक्टिकल में 20 और 20 अंक इंटरनल एसेसमेंट का रखा है
जबकि मूल मार्कशीट में यह 70 और 30 में विभाजित है। इस कारण कई कॉलेज
दाखिला देने से मना कर चुके हैं।
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