पानीपत : छात्र-छात्राओंके प्रदर्शन और क्षेत्रीय विधायकों के दबाव में मई के आखिरी में प्रदेश सरकार ने 122 राजकीय विद्यालयों को अपग्रेड करने की घोषणा कर दी थी। लेकिन अब तक इन स्कूलों में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी गई है।
रेवाड़ी के गोठड़ा-टप्पा-ढहीना के जिस स्कूल को छात्राओं के 8 दिन के अनशन के बाद अपग्रेड किया गया था वहां तो शिक्षक बढ़ाने की बजाए और घटा दिए गए। वहां से 4 शिक्षकों को हटा दिया गया और अब वहां सिर्फ 4 शिक्षक ही रह गए हैं। इसलिए शिक्षकों की मांग को लेकर वहां छात्राएं फिर धरने पर बैठ गई हैं। इसी तरह अपग्रेड किए गए अन्य स्कूलों में भी अभी तक विषय भी तय नहीं हो पाए हैं कि कौन स्कूल क्या विषय पढ़ाएगा। यानी साइंस, आर्ट और कॉमर्स को लेकर विद्यार्थी असमंजस में हैं। इसीलिए एडमिशन को लेकर भी धुविधा बनी हुई है। गौर हो कि अपग्रेडेशन के मामले में जीटी बेल्ट और दक्षिणी हरियाणा में सबसे ज्याद स्कूल अपग्रेड किए गए थे। 122 स्कूलों में 115 इन्हीं दो क्षेत्रों से हंै। हिसार, सिरसा, झज्जर, दादरी, सोनीपत से केवल एक-एक स्कूल अपग्रेड हुआ था। जबकि भिवानी से 2 स्कूलों का स्तर बढ़ाया गया। रोहतक, फतेहाबाद और पलवल का एक भी स्कूल अपग्रेड नहीं हुआ। सबसे ज्यादा 12 स्कूल गुड़गांव और 9 स्कूल शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के गृह जिला महेंद्रगढ़ के अपग्रेड हुए हैं।
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