पानीपत : समावेशिक शिक्षा (इंक्लूसिव एजुकेशन) में स्पेशल टीचरों को अपडेट किया जाएगा। मास्टर ट्रेनर उन्हें प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण के बाद आइईडी स्कूलों में शिक्षा हासिल करने वाले सीडब्ल्यूएसएन (चाइल्ड विद स्पेशल नीड्स) बच्चों को इसी आधार पर पाठ पढ़ाएंगे। समाज में एक समान शिक्षा का नारा बुलंद होगा।
एसएसए निदेशालय की देखरेख में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए समावेशिक शिक्षा संचालित की जा रही है। बच्चे आइईडी मॉडल स्कूलों में भविष्य संवारते हैं। नए साल 2014 में सामान्य बच्चों की तरह सीडब्ल्यूएसएन बच्चों को आधुनिक उन्नत शिक्षा दिलाने के लिए स्पेशल टीचरों को प्रशिक्षित दिया जाएगा। मास्टर ट्रेनर उन्हें प्रशिक्षण देंगे। एसएसए निदेशालय ने प्रत्येक जिले से छह स्पेशल टीचर के नाम मांगे हैं। शिक्षकों को 20 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश भर में डीपीसी कार्यालय को ई-मेल से शिक्षकों के नाम भेजने की हिदायत दी गई है। निर्धारित तिथि के बाद नामांकन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
ये होगा पैरामीटर
मास्टर ट्रेनर के नामांकन के समय स्पेशल टीचर की उपलब्धियों को तवज्जो दिया जाएगा। स्पेशल एजुकेशन में उच्च शिक्षा हासिल करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। पैरामीटर में शैक्षणिक कार्यो का अनुभव व पुनर्वास परिषद् से पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। कंप्यूटर ज्ञान के बिना मास्टर ट्रेनर के लिए नामांकित नहीं किए जा सकेंगे। वर्कशॉप, सेमिनार व ट्रेनिंग के रिकार्ड से नामांकन में वरीयता मिलेगी।
निदेशालय से पत्र जारी
एसएसए निदेशालय ने डीईओ, डीपीसी व आइईडी स्कूल के प्रधानाचार्यो को पत्र (8/16-2013 आइईडी एसएस ) जारी कर 03 जनवरी तक अनिवार्य रूप से मास्टर ट्रेनरों के नाम भेजने की हिदायत दी है। 16 बिंदुओं पर आधारित बायोडाटा प्रोफार्मा में उन्हें सारी जानकारी देनी होगी। मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण हासिल करने के बाद स्पेशल टीचरों को प्रशिक्षित करेंगे। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.