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Saturday 7 February 2015

ऑनलाइन नहीं हो पाया मासिक परीक्षा परिणाम

** केवल 13 स्कूलों ने ही सतत एवं व्यापक मूल्यांकन पर हुई परीक्षा परिणाम को ऑनलाइन कराया 
उचाना : राजकीय स्कूलों में 28 जनवरी से 31 जनवरी तक पहली से आठवीं तक सतत एवं व्यापक मूल्यांकन पर मासिक परीक्षा ली गई थी। विभाग सिम (स्कूल इंफॉर्मेशन मैनेजर) के माध्यम से परिणाम शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन 2 फरवरी तक डाला जाना था। 5 फरवरी तक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर खंड के 13 स्कूलों के परीक्षा परिणाम ही डाल जा सके हैं। खंड 120 प्राइमरी, मिडिल स्कूल हैं। 120 स्कूलों के 14230 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी। 
परीक्षा परिणाम ऑनलाइन विभाग की वेबसाइट पर डाले जाने से कोई भी अभिभावक विद्यार्थी की मासिक रिपोर्ट देखने के साथ-साथ कक्षा अध्यापक की उपलब्धि के बारे में जान सकेंगे कि संबंधित कक्षा में पढ़ाई किस स्तर की हो रही है। स्कूलों के मासिक परीक्षा परिणाम विभाग को ऑनलाइन करने के बाद इसकी हार्ड कॉपी भी जमा करवानी होगी। इसकी हार्ड काॅपी तीन फरवरी तक जमा करवानी थी, लेकिन कुछ स्कूलों की हार्ड काॅपी ही अब तक पहुंची है। इंटरनेट की सुविधा स्कूलों में नहीं होने से कुछ स्कूलों को छोड़कर स्कूलों द्वारा अभी तक ऑनलाइन परीक्षा परिणाम नहीं डाला है। 
इंटरनेट सेवा होना बन रहा बाधा 
शिक्षाविभाग के 2 फरवरी तक ऑनलाइन परीक्षा परिणाम करवाने के आदेश में सबसे बड़ी बाधा स्कूलों में इंटरनेट व्यवस्था हो पाना, गांव के स्कूलों में बिजली गुल रहना बन रहा है। इसके कारण अभी तक अधिकांश स्कूलों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा परिणाम विभाग को नहीं भेजा जा रहा है। 
बजट का नहीं होता है कोई प्रावधान 
खंडके 68 राजकीय प्राथमिक स्कूल, 52 मिडिल स्कूल हैं। स्कूलों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। इससे सतत व्यापक मूल्यांकन परीक्षा परिणाम विभाग को नहीं भेजा जा रहा है। मूल्यांकन परीक्षा परिणाम ऑनलाइन भेजने के लिए कोई बजट का प्रावधान भी नहीं किया गया है, जिससे शिक्षक दूसरी जगह से ऑनलाइन मासिक परीक्षा परिणाम भेज सकें। 
हर महीने लेनी होगी पहली से आठवीं तक की परीक्षा 
उचानाके खंड मौलिक शिक्षा अिधकारी धर्मबीर सिंह का कहना है कि हर महीने राजकीय स्कूलों में पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक मासिक परीक्षा लेनी होगी। अब फरवरी की परीक्षा के लिए स्कूलों में अध्यापकों को तैयार किए जाने है। मार्च में होने वाली परीक्षा के लिए विभाग पेपर स्वयं मुहैया करवाएगा। जिन स्कूलों की हार्ड कॉपी, परीक्षा परिणाम ऑनलाइन नहीं हुआ उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
अपनी जेब से दे रहे इंटरनेट खर्च 
स्कूलों में इंटरनेट सेवा होने के कारण विभाग के आदेशों को पूरा करने के लिए कई अध्यापक अपनी जेब से खर्च देकर ऑनलाइन परीक्षा परिणाम डाल रहे हैं। इसके लिए इंटरनेट कैफे का सहारा ले रहे हैं। 
स्कूलों में नेट कनेक्शन करवाए विभाग : 
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के खंड प्रधान हैप्पी सिंह ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा परिणाम हर महीने करवाए जाने हैं। अधिकांश स्कूलों में इंटरनेट कनेक्शन नहीं हैं। विभाग को चाहिए कि वो प्रत्येक स्कूल में इंटरनेट कनेक्शन कराए ताकि ऑनलाइन परीक्षा परिणाम डाले जा सकें।                                                           db 

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