'प्रथम' की वार्षिक रिपोर्ट 'असर 2012' । छात्र शिक्षक अनुपात पूरा नहीं
विकास को लेकर देशभर में चमक बिखेरने वाले हरियाणा की तस्वीर शिक्षा के मामले में अच्छी नहीं। प्रदेश के करीब 60 प्रतिशत स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। इनमें सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत तय किए गए छात्र-शिक्षक अनुपात पूरा नहीं। दिलचस्प बात यह है कि 2011 के मुकाबले इस आंकड़े में गिरावट दर्ज की गई है। 2011 में जहां 41.2 प्रतिशत स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात पूरा था, वहीं 2012 में यह गिरकर 40.3 प्रतिशत हो गया।
सांत्वना देने वाला तथ्य सिर्फ इतना है कि पड़ोसी पंजाब इस मामले में हरियाणा से पिछड़ा हुआ है, मगर 2012 में प्रदेश का आंकड़ा फिसलकर राष्ट्रीय प्रतिशत से नीचे आ गया। देश में पिछले साल जहां 42.8 प्रतिशत स्कूलों में छात्र शिक्षक अनुपात पूरा था, वहीं हरियाणा में अब यह 2.5 प्रतिशत कम है।
क्या है असर:
प्रथम 1995 से हर साल शिक्षा नीतियों के असर पर पूरे देश में सर्वे करती है। इसे असर (एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट ) के नाम से जाना जाता है। यह किसी एनजीओ द्वारा किया जाने वाला देश का सबसे बड़ा सर्वे है। असर 2012 की रिपोर्ट का अनावरण मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने किया था।
क्या है प्रथम:
प्रथम देश में काम करने वाला सबसे बड़ा एनजीओ है। यह वंचित बच्चों को शिक्षा दिलाने के क्षेत्र में काम करता है। सैकड़ों स्कूल चलाता है। 1994 में मुंबई में स्थापित यह एनजीओ इस समय देश के 21 राज्यों में काम कर रहा है। प्रथम के सपोर्टिंग चैप्टर अमरीका, इंग्लैंड, जर्मनी और यूएई में भी हैं। .....DB
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