अब केवल दसवीं व बारहवीं में ही नहीं, बल्कि नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने की तैयारी है। इसके साथ ही नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा में भी बोर्ड परीक्षा का प्रस्ताव है। 31 जनवरी को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के निदेशक मंडल की होने वाली बैठक में इन प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है। सूत्रों के अनुसार यदि नया प्रस्ताव लागू होगा तो प्रदेश की शिक्षा का परिदृश्य ही बदल जाएगा। इसके तहत नौवीं व दसवीं कक्षा का एक तथा ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा का एक ही सर्टिफिकेट मिलेगा। नौवीं कक्षा में दो सेमेस्टर होंगे। प्रमाणपत्र के अंकों में पहले सेमेस्टर के लिए 10 प्रतिशत वेटेज दी जाएगी, जबकि दूसरे सेमेस्टर के लिए 20 प्रतिशत अंकों की वेटेज दी जाएगी। आंतरिक मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षा दोनों के अंक पचास-पचास फीसद होंगे। नए प्रस्ताव के अनुसार दसवीं कक्षा में प्रथम सेमेस्टर में 20 अंक की वेटेज दी जाएगी, जबकि दूसरे सेमेस्टर में 50 फीसद अंकों का वेटेज दिया जाएगा। इस कक्षा के लिए 30 फीसद आंतरिक मूल्यांकन के अंक होंगे जबकि 70 प्रतिशत शिक्षा बोर्ड की परीक्षा के लिए निर्धारित किए गए हैं। नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं तथा बारहवीं कक्षा के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं अब स्कूल स्तर पर ही आयोजित होंगी, लेकिन प्रश्न पत्र शिक्षा बोर्ड उपलब्ध करवाएगा। परीक्षा की तिथि व समय का निर्धारण भी बोर्ड ही करेगा। दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा का संचालन व प्रश्न पत्र सभी कार्य शिक्षा बोर्ड ही करेगा। कमोवेश इसी तरह ग्यारहवीं में प्रथम सेमेस्टर में 30 प्रतिशत और दूसरे सेमेस्टर में 70 प्रतिशत अंकों का वेटेज दिया जाना है।
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