पानीपत : सरकारी स्कूलों की बिगड़ी दशा को सुधारने के लिए विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने मॉनिटरिंग की रूपरेखा तैयार की है। इसके तहत प्रदेश के सभी छह मंडलों में विभाग के 30 वरिष्ठ अधिकारियों की टीम स्कूलों में जाकर गतिविधियों को देखेगी। रिपोर्ट तैयार करने के बाद निदेशालय में संयुक्त रूप से इसकी समीक्षा की जाएगी।
सरकारी स्कूलों में मध्यम और निम्न वर्गीय बच्चे पढ़ते हैं। इनका भविष्य संवारने के लिए स्कूल की गतिविधियों पर अधिकारी नजर रखेंगे। निदेशालय ने प्रत्येक मंडल में एडिशनल डायरेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में पांच अधिकारियों की टीम बनाई है। हिसार मंडल में ललित सिवाच, रोहतक में वीरेंद्र लाठर, अंबाला में वंदना दिसोदिया, गुरुग्राम में किरणमयी, करनाल में राजीव प्रसाद और फरीदबाद में एडिशनल डायरेक्टर ज्योति चौधरी को मॉनिटरिंग की कमान सौंपी गई है। इनके अतिरिक्त टीम में संयुक्त निदेशक, सहायक निदेशक और प्रोग्रामर शामिल हैं। नूहं और पलवल में एससीईआरटी गुड़गांव की तरफ से अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। सभी अधिकारी प्रत्येक जिले में एक माह में तीन बार अलग-अलग स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। ज्यादा से ज्यादा स्कूलों को कवर करने के लिए ब्लॉकों में भी जाएंगे।
एकेडमिक एक्टिविटी का कार्यान्वयन जानेंगे :
शिक्षा निदेशालय से जारी पत्र के मुताबिक अधिकारी मॉनिटरिंग के दौरान स्कूल में एकेडमिक गतिविधियों पर नजर रखेंगे। प्रमोशन ऑफ साइंस, इको क्लब, क्विज क्लब और क्लचरल गतिविधियों की रिपोर्ट भी जुटाएंगे।
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