चंडीगढ़ : वर्षो से पक्की नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे अतिथि अध्यापकों के समर्थन में अब केंद्रीय रसायन एवं उवर्रक राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह उतर आए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिख सभी गेस्ट टीचरों को पक्का करने की गुजारिश की है। इसके लिए उन्होंने पूर्व में पक्के हुए हजारों कच्चे कर्मचारियों को आधार बनाया।
प्रदेश में फिलहाल गेस्ट टीचर्स के तौर पर 6252 जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेंड), 5554 टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) और 1925 पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। गत 7 सितंबर को अतिथि अध्यापकों की तालमेल कमेटी ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से मुलाकात कर उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया था।
इसके बाद राव इंद्रजीत ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ ही शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा और मुख्य सचिव डीएस ढेसी को चिट्ठी लिख उन्हें पक्का करने की पैरवी की है। राव इंद्रजीत ने अपनी सिफारिश के समर्थन में 16 और 18 जून 2014 की तत्कालीन हुड्डा सरकार की पॉलिसी का हवाला दिया है जिसमें तीन साल की सेवाएं पूरी कर चुके कर्मचारियों को पक्का किए जाने का प्रावधान है। अतिथि अध्यापक भी इन मानकों पर खरा उतरते हैं। साथ ही उन्होंने 1986, 1988, 1991, 1997 व 2003 में कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का हवाला दिया है।
चिट्ठी पर एक्शन ले सरकार : पारस शर्मा
अतिथि अध्यापक संघ के संयोजक पारस शर्मा ने केंद्रीय राज्य मंत्री की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस पर तुरंत प्रभाव से अमल होना चाहिए। पूर्व हुड्डा सरकार में तत्कालीन सांसद डॉ. अशोक तंवर और कुमारी सैलजा की लिखी चिट्ठी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि तब भी इस मुद्दे पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। उम्मीद है कि इस बार मुख्यमंत्री मनोहर केंद्रीय मंत्री की चिट्ठी पर जरूर कोई कदम उठाएंगे।
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