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Monday, 26 November 2012

वरिष्ठता पर मिलेगी मिडल हेड को प्रमोशन, ग्रेजुएशन अंक वाली शर्त लिया वापस

शिक्षा विभाग ने मिडल हेड की पदोन्नति के लिए स्नातक में अंक प्रतिशतता की शर्त को वापस ले लिया है। अब वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति की जाएगी। इसके साथ ही मिडल हेड को संबंधित विषय के वर्क लोड से भी छूट दी गई है। इसी मामले को लेकर अध्यापकों और शिक्षा विभाग के बीच तनातनी चली हुई थी।विभाग की ओर से दी गई इस छूट से हजारों अध्यापकों को फायदा होगा।
शिक्षा विभाग ने हाल ही में मिडल हेड के पांच हजार से भी अधिक पदों को स्वीकृति दी है। इन्हें पदोन्नति के आधार पर भरा जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से पदोन्नति केस मांगे गए थे, लेकिन इसमें वरिष्ठता को नजरअंदाज करते हुए अंक प्रतिशतता की शर्त रख दी गई थी। जिस पर अध्यापकों ने भारी रोष प्रकट किया था। हालांकि अध्यापकों के विरोध को देखते हुए विभाग ने अंक प्रतिशतता में पांच अंकों की छूट दे दी थी, मगर अध्यापक संगठन पूर्ण रूप से वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति की मांग कर रहे थी। इसी मुद्दे को लेकर पिछले दिनों अध्यापकों का एक शिष्टमंडल शिक्षा मंत्री से मिला था, जिसमें उन्हें आश्वासन दिया गया कि अब मिडल हेड के पद वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति करते हुए भरे जाएंगे।
विभाग ने मांगे आवेदन
इसी फैसले पर अब विभाग ने नए सिरे से आवेदन मांगे हैं। इसमें वे अध्यापक आवेदन कर सकेंगे, जो पहले अंकों के कारण आवेदन करने से वंचित रह गए थे। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बलजीत सिंह सहरावत बताते हैं कि सामान्य वर्ग में वरिष्ठता क्रमांक 4800 और अनुसूचित वर्ग में वरिष्ठता क्रमांक 6000 तक के अध्यापक अपने पदोन्नति केस तैयार करते हुए सोमवार को आवेदन जमा करा सकते हैं। नई वरिष्ठता सूची अगले सप्ताह तक विभागीय वेबसाइट पर डाल दी जाएगी।
अध्यापकों ने जताई खुशी
इसी मुद्दे को लेकर हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन की रविवार को क्रांतिमान पार्क में बैठक हुई। इसमें विभाग के फैसले पर खुशी प्रकट की गई। जिला प्रधान रोहताश छाछिया ने कहा कि इससे वंचित अध्यापकों के लिए पदोन्नति के रास्ते खुल गए हैं। इसके अलावा जिला स्तर पर एलटीसी, कार लोन, हाउस बिल्डिंग अलाउंस और मेडिकल बिल जैसे मामले भी सुलझा दिए गए हैं। इससे अध्यापकों को काफी लाभ मिलेगा। इस मौके पर आर्य संजय, राजसिंह मलिक, जोगेंद्र सिंह मलिक, रमेश पूनिया, विनोद मोर, ईश्वर हुडा, सत्यनारायण सिवाच, विजेंद्र नैन, अजमेर सिंह, दलबीर सिंधू सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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