सर्व कर्मचारी संघ के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष शरबत सिंह पुनिया व उप महासचिव जीवन सिंह ने कहा है कि अंबाला जोन के तहत कैथल के विभिन्न विभागों के तीन हजार कर्मचारी 29 नवंबर को डीसी का घेराव करके गिरफ्तारियां देंगे। इस बारे में डीसी को प्रबंध करने के लिए जानकारी दे दी गई है। यह जानकारी उन्होंने सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में सवा लाख अस्थाई कर्मचारी हैं। जो विभिन्न विभागों में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक प्रदेशभर से 22 सौ अस्थाई कर्मचारियों को ही स्थाई किया है।
सरकार अस्थाई कर्मचारियों का शोषण कर रही है। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी आंदोलनों का रास्ता अपनाते हैं, लेकिन कर्मचारियों को मांगें पूरी करने का आश्वासन देकर चुप करवा दिया जाता है। ऐसा एक बार नहीं अनेक बार कर्मचारियों के साथ हुआ है। सरकार कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। सरकार ने दावा किया था कि अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई कर्मचारियों के पूरे वेतन का आधा वेतन दिया जाएगा, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ। कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां भी दूर नहीं की गई। अन्य राज्यों में कर्मचारियों के भत्ते और वेतन प्रदेश में कार्यरत कर्मचारियों से ज्यादा है। इस मौके पर जिला सचिव नरेश कुमार और ब्लाक सचिव जरनैल सिंह ने बताया कि सरकार प्रदेश में हर विभाग का निजीकरण कर रही है। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को भी प्राइवेट करने का भी मन बना रहा है। इन पांच जिलों में कैथल जिले का नाम भी शामिल है। कर्मचारियों की प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की एक समान नीतियां हैं। उन्होंने कहा कि घेराव व गिरफ्तारियों का सिलसिला लंबा चलेगा। पांच दिसंबर को रोहतक जोन, 12 दिसंबर को गुडगांव जोन में भी घेराव व गिरफ्तारियां दी जाएंगी। अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे 20 दिसंबर को संसद की ओर कूच करेंगे। अपनी मांगों को लेकर 20 और 21 फरवरी को देश भर के कर्मचारी हड़ताल और चक्का जाम करके अपना रोष प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रेस सचिव सतबीर गोयत, जसबीर, राजेश और प्रकाश गोयत भी उपस्थित थे।
सरकार अस्थाई कर्मचारियों का शोषण कर रही है। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी आंदोलनों का रास्ता अपनाते हैं, लेकिन कर्मचारियों को मांगें पूरी करने का आश्वासन देकर चुप करवा दिया जाता है। ऐसा एक बार नहीं अनेक बार कर्मचारियों के साथ हुआ है। सरकार कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। सरकार ने दावा किया था कि अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई कर्मचारियों के पूरे वेतन का आधा वेतन दिया जाएगा, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ। कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां भी दूर नहीं की गई। अन्य राज्यों में कर्मचारियों के भत्ते और वेतन प्रदेश में कार्यरत कर्मचारियों से ज्यादा है। इस मौके पर जिला सचिव नरेश कुमार और ब्लाक सचिव जरनैल सिंह ने बताया कि सरकार प्रदेश में हर विभाग का निजीकरण कर रही है। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को भी प्राइवेट करने का भी मन बना रहा है। इन पांच जिलों में कैथल जिले का नाम भी शामिल है। कर्मचारियों की प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की एक समान नीतियां हैं। उन्होंने कहा कि घेराव व गिरफ्तारियों का सिलसिला लंबा चलेगा। पांच दिसंबर को रोहतक जोन, 12 दिसंबर को गुडगांव जोन में भी घेराव व गिरफ्तारियां दी जाएंगी। अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे 20 दिसंबर को संसद की ओर कूच करेंगे। अपनी मांगों को लेकर 20 और 21 फरवरी को देश भर के कर्मचारी हड़ताल और चक्का जाम करके अपना रोष प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रेस सचिव सतबीर गोयत, जसबीर, राजेश और प्रकाश गोयत भी उपस्थित थे।
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