बैठक में प्रदेश के 21 जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया। नेशनल वोकेशनल एजुकेशनल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनवीईक्यूएफ) के अतिरिक्त निदेशक केके अग्निहोत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिला शिक्षा अधिकारियों ने वोकेशनल कोर्सों को चलाने में आ रही समस्याओं को अतिरिक्त निदेशक के सामने रखा। उन्होंने मौके पर ही समस्याओं का समाधान किया। अग्निहोत्री ने सुझाव दिया कि अपने जिलों में वोकेशनल कोर्स चलाने के लिए प्रत्येक डीईओ इसे गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि यदि जिला शिक्षा अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए प्रिंसिपलों को हिदायत देंगे तो यह उन छात्रों के लिए भी फायदेमंद होगा, जो 12वीं के बाद आर्थिक रूप से परिवार की मदद करना चाहते हैं।
यूनियन सदस्य जगतराम ने बताया कि अगर सरकार उनकी मांगों को जल्द नहीं मानेगी तो आंगनबाड़ी, सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
हिंदी, अंग्रेजी दोनों में तैयार हों छात्र
केके अग्निहोत्री ने कहा कि अंग्रेजी की किताबें होने से कोर्सेज में छात्रों को दिक्कत आ रही थी। किताबों को हिंदी में भी छपवा दिया गया है। वोकेशनल कोर्स करवाने वाले शिक्षकों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों में प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे बच्चों को दोनों भाषाओं में समझा सकें। .....DB
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