सभी जिलों के डीईओ, डीईईओ व डीपीसी की मीटिंग शनिवार को पंचकूला में शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव सुरीना राजन ने ली। मीटिंग यह देखने के लिए बुलाई गई थी कि 24 मार्च को सरकारी स्कूलों में मनाए गए 'प्रवेश उत्सव' में कहां तक सफलता मिली? पिछले वर्षों के मुकाबले कितने फीसदी दाखिले बढ़े? सभी डीईओ, डीईईओ व डीपीसी अपने जिले के आंकड़े लेकर पहुंचे थे लेकिन राजन इससे संतुष्ट नहीं हुईं। उन्होंने निर्देश दिए कि वह आंकड़ों की पुष्टि के लिए खुद स्कूलों का मुआयना करके रिपोर्ट बनाएं। यदि किसी स्कूल में बच्चे एडमिशन नहीं ले रहे तो उसकी वजह जानकर उसे तुरंत दूर किया जाए।
सीआरपी पर दिया जोर : पंचकूला की डीपीसी सुजाता राणा ने बताया कि मीटिंग में क्लॉस रेडिनेस प्रोग्राम (सीआरपी) पर जोर दिया गया। सीआरपी के तहत सभी बच्चों को हर प्रकार की प्रेक्टिकल एक्टिविटी करवाई जानी चाहिए, ताकि बच्चों को पता चल सके कि पढ़ाई मुश्किल नहीं, बल्कि आसान व रोचक है। मीटिंग में निर्देश दिए गए कि डीईओ देखें कि हर स्कूल में सीआरपी गतिविधियां हो रही हैं या नहीं? सुजाता राणा ने बताया कि प्रवेश उत्सव के दौरान कई जगह प्राइवेट स्कूल छोड़कर बच्चों ने सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया। ..DB
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I not read, because from indonesia
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