बेशक, जून माह की पहली तारीख से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में ग्रीष्म अवकाश शुरू हो रहे हों लेकिन प्राथमिक विद्यालयों में रौनक गायब नहीं होगी। प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में ग्रीष्म अवकाश के दौरान पहली से पांचवी कक्षा के विद्यार्थियों को शाम के समय डीएड प्रशिक्षुओं द्वारा नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया जाएगा। 1शिक्षा विभाग की ओर से राज्य के सभी प्रधानाचार्य, मुख्य शिक्षक तथा स्कूल प्रभारियों को पत्र जारी कर कहा गया है कि डीएड इंटर्नशिप के तहत ग्रीष्मावकाश के दौरान स्कूलों में खेलकूद व नैतिक शिक्षा संबंधी गतिविधियां कराई जाएं। सूत्र बताते हैं कि सभी स्कूल प्रभारियों को कहा गया है कि डीएड प्रशिक्षुओं की ओर से एक जून से 30 जून तक विद्यालयों में कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों को विभिन्न खेलकूद तथा सह-पाठ्य गतिविधियां होंगी। इन गतिविधियों के तहत कक्षा एक से पांच के सभी विद्यार्थियों को पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों में से संख्या अनुसार कम से कम दो तथा अधिकतम पांच पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं। इन पुस्तकों में कविताओं, कहानियों तथा नैतिक शिक्षा की पुस्तकें जारी की जाएं। डीएड के प्रशिक्षु अपने-अपने गांव जहां पर वह निवास करते हैं, के विद्यालयों में ही ग्रीष्म अवकाश के दौरान अपनी गतिविधियां करवाएंगे। स्कूलों में प्रतिदिन सायं साढ़े चार बजे से साढ़े छह बजे तक होने वाले कार्यक्रम में स्कूल कक्ष, श्याम पट्ट, चॉक, कुर्सी आदि भी उपलब्ध कराई जाएंगी। कार्यक्रम में कहानी कहना, सुनना, सुनाना, पढ़ना, नैतिक शिक्षा के अतिरिक्त विभिन्न खेल गतिविधियां शामिल होंगी।1बच्चों को पकौड़े व हलवा मिलेगा1कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए मिड-डे मील योजना के तहत जलपान की भी व्यवस्था शिक्षा विभाग की ओर से की जाएगी जिसमें हलवा, आलू-प्याज के पकौड़े और चिप्स उपलब्ध कराए जाएंगे। ..DJ
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