राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से अपनी मांगों को लेकर किया जा रहा अनशन बुधवार को 49वें दिन भी जारी रहा। इस बीच चार अप्रैल को प्रदेश के करीब 24 हजार प्राथमिक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर नई दिल्ली में संसद का घेराव करेंगे।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद ठकरान ने कहा कि शिक्षक समुदाय शिक्षा का निजीकरण करने के सरकारी प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा। संघ के महासचिव दीपक गोस्वामी ने कहा कि अगर सरकार सच में सभी वर्गों के बच्चों को शिक्षित करना चाहती है तो उसे मजबूरी में मजदूरी कर रहे लाखों बच्चों के लिए स्कूल खोलने चाहिए।
संघ की मुख्य मांगें :
*प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए आरटीई को सही ढंग से लागू किया जाए।
*बच्चों को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिया जाए।
*आरटीई के तहत छात्रों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की भर्ती की जाए।
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