इससे छात्रों को उच्च शिक्षा में दाखिला लेने में परेशानी हो सकती है। राजकीय अध्यापक संघ ने 10 दिनों की छुïट्टी के दौरान मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया है। इसके प्रतिक्रियास्वरूप हरियाणा शिक्षा विभाग ने सेकेंडरी शिक्षा निदेशक से छुïिट्टयां स्थगित करने का आग्रह किया है। टकराव की स्थिति में प्रदेश भर के हजारों छात्रों का भविष्य अधर में है।
हजारों शिक्षकों की लगाई गई है ड्यूटी
बोर्ड ने लगभग 8 हजार अध्यापक और 2600 प्राध्यापकों की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगाई है।
दाखिला लेने में छात्रों को होगी दिक्कत
मूल्यांकन देरी से होने से रिजल्ट देरी से आएगा, जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना होगा। विशेषतौर से 12वीं के छात्रों को दिल्ली, चंडीगढ़ या दूसरे राज्यों के कॉलेजों में दाखिला लेने में दिक्कत आएगी। जून में दिल्ली के कॉलेजों में दाखिला शुरू हो जाएगा।
"मूल्यांकन कार्य प्रभावित न हो इसलिए डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन (डीएसई) को छुट्टियों को जून तक पोस्पांड किए जाने के लिए पत्र लिखा गया है। डीएसई से जवाब मिलते ही आगे कार्यवाही की जाएगी।" योगेश वशिष्ठ,सहायक निदेशक, हरियाणा शिक्षा बोर्ड, भिवानी
8 अप्रैल से प्रदेश में 10वीं और 12वीं का मूल्यांकन होना है। हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने मूल्यांकन कार्य खत्म करने की तिथि 26 अप्रैल दी है। इस दौरान सरकारी स्कूलों में 9 से 19 अप्रैल तक फसली अवकाश (बैशाखी) होगा। इन छुट्टियों अध्यापकों ने मूल्यांकन कार्य नहीं करने का फैसला किया है। अध्यापक संघ का मानना है कि दसवीं की परीक्षाएं 29 मार्च को खत्म हो गई थीं। यदि शिक्षा विभाग इतना ही गंभीर है तो दो से तीन दिन के अंतराल में 10वीं का मू्ल्यांकन शुरू कराना चाहिए था, जिससे शिक्षकों की छुट्टी खराब नहीं होतीं।
"यदि छुïिट्टयों के दौरान मूल्यांकन कार्य कराया जाएगा, तो इसका पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा।" बालकिशन, हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन, गुडग़ांव
"छुट्टियों में प्रदेश भर में कोई भी अध्यापक मूल्यांकन कार्य नहीं करेगा। पहले भी संघ ने बोर्ड व उच्च अधिकारियों को इस बारे में बता दिया है। इसके बावजूद छुट्टियों में मूल्यांकन कार्य के लिए ड्यूटी लगाना उचित नहीं है। पूरे प्रदेश में संघ मूल्यांकन का बहिष्कार करेगा।" सत्यनरायण, राज्य सचिव, राजकीय अध्यापक संघ, हरियाणा ....DB
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