चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी अब कर्मचारियों की न्यू पेंशन
स्कीम (एनपीएस) के विरोध में आ डटे हैं। उन्होंने खुलकर न केवल कर्मचारियों
की पुरानी पेंशन योजना की मांग का समर्थन किया बल्कि सत्ता में आते ही
पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का ऐलान भी किया। उन्होंने यह भी स्वीकार
किया है कि यूपीए सरकार द्वारा लागू की गई न्यू पेंशन स्कीम फायदेमंद साबित
नहीं हुई।
शुक्रवार को विधानसभा के एक दिवसीय शीतकालीन सत्र से पहले बृहस्पतिवार को
चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में हुड्डा ने पुरानी पेंशन योजना की
वकालत की। उन्होंने कहा, यूपीए सरकार के समय में न्यू पेंशन योजना को इसलिए
लागू किया गया था कि इससे कर्मचारियों को फायदा होगा। अब कर्मचारियों की
रिटायरमेंट के साथ यह तजुर्बा सही साबित नहीं हुआ। इसलिए सरकार बनते ही
कर्मचारियों की मांग के अनुसार पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू किया
जाएगा।
यही नहीं, पूर्व सीएम ने राज्य में कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र को 58
से बढ़ाकर 60 वर्ष करने का भी ऐलान किया है। उनके अनुसार कांग्रेस की सरकार
बनने के बाद 12 घंटों में पेंशन को बढ़ाकर 3000 रुपये मासिक किया जाएगा।
उन्होंने कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान एवं भत्ते देने तथा उनकी
सभी वेतन विसंगतियों को दूर करने का वादा किया है। गन्ना उत्पादक किसानों
का बकाया अभी तक नहीं दिए जाने के लिए उन्होंने सरकार को घेरा। हुड्डा ने
कहा कि प्राइवेट शुगर मिल संचालक गन्ना उत्पादक किसानों के बकाया का भुगतान
भी 16 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कटौती के बाद कर रहे हैं। यह 16
रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान सरकार द्वारा मिलों को किया जाना था। वहीं
बकौल हुड्डा कांग्रेस जींद उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है, जीत हमारी
होगी।
‘ आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है सरकार’
राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए हुड्डा ने कहा कि खनन में
हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। अवैध खनन के मामले में सुप्रीम कोर्ट
सीएमओ तक की भूमिका पर सवाल उठा चुका है। फरीदाबाद में 37 वर्षों बाद 60
एकड़ जमीन भी बिल्डरों के दबाव में रिलीज करने के आरोप हुड्डा ने सरकार पर
जड़ेे। सीधे सीएम से सवाल करते हुए उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री के पास ऐसा
कौन सा यंत्र है, जिससे वे भ्रष्टाचार को मापते हैं। जरा हमें भी तो
दिखाएं।
सरकार बनने के 6 घंटों के अंदर किसानों की कर्जमाफी
पूर्व सीएम ने मध्यप्रदेश और राजस्थान की तर्ज पर सत्ता में आने के 6 घंटों
के भीतर किसानों के कर्ज माफ करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा, प्रदेश
के किसानों के सहकारी बैंकों के ही नहीं, राष्ट्रीयकृत बैंकों के लोन भी
कांग्रेस माफ करेगी। बिजली निगमों में हजारों करोड़ रुपये के घोटाले के
आरोप लगाते हुए हुड्डा ने कहा, सरकार बनने के बाद इन सभी घोटालों की जांच
करवाई जाएगी।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.