कैथल : केंद्र व राज्य सरकारों की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन व ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर आगामी 8-9 जनवरी की राष्ट्रव्यापी महाहड़ताल में प्रदेश के सभी विभागों के कच्चे व पक्के कर्मचारी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। ये विचार सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रांतीय आडिटर सतीश सेठी ने जवाहर पार्क स्थित जिला मुख्यालय में रोडवेज की हड़ताल के सबक और भविष्य की योजना विषय पर आयोजित जिला स्तरीय कन्वेंशन व प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। शिविर की अध्यक्षता प्रधान जसबीर सिंह व संचालन सचिव जरनैल सिंह ने किया।
सतीश सेठी ने कहा कि मोदी व मनोहर लाल की सरकारें लगातार जनविरोधी नीतियों
को थोपकर सरकारी विभागों को बेचने पर आमादा हैं। चुनाव के मौके पर 2 करोड़
युवाओं को रोजगार देने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, सरकारी
विभागों का विस्तार करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, समान काम समान
वेतन देने आदि वादों को पूरा करने से इनकार कर रही है। ये सरकारें केवल
आंदोलन की भाषा समझती हैं लेकिन बार-बार कर्मचारी संगठनों के साथ समझौते
करके अपने वादों से मुकर रही है।
‘ड्राफ्ट तैयार करके भी नहीं बनाया कानून’
राज्य सचिव सुरेश उचाना व ऑल हरियाणा पॉवर वर्कर्स यूनियन के महासचिव नरेश
कुमार ने कहा कि मनोहरलाल की सरकार तो 31 मई को हाईकोर्ट के नियमितीकरण की
नीतियों के मामले में आए फैसले से प्रभावित 4658 कर्मचारियों की रोजी-रोटी
की सुरक्षा और लाखों कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का ड्राफ्ट तैयार
करके भी विधानसभा के अंदर कानून बनाने से पीछे हट गई है। कार्यक्रम में
मैकेनिकल वर्कर यूनियन के नेता ओमपाल भाल व शिवदत्त, ऑल हरियाणा पॉवर
कारपोरेशन यूनियन के नेता सुरेश शर्मा व स्वराज सिंह, रोडवेज यूनियन नेता
राजकुमार नेपेवाला, वन मजदूर यूनियन के राज्य प्रधान विजय शर्मा, चतुर्थ
श्रेणी कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान छज्जू राम समेत विभिन्न विभागों के
नेताओं ने भाग लिया।
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