.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Thursday 27 March 2014

विद्यार्थी 262 हैं, इनके लिए स्कूल में स्थायी शिक्षक नहीं


** उधार के तीन शिक्षकों पर चल रहा है झुंडपुर का मिडिल स्कूल, पंचायत ने चंदा एकत्रित कर दो प्राइवेट शिक्षिकाओं का किया है बच्चों के लिए प्रबंध 
राई : प्रदेश सरकार सोनीपत को शिक्षा का हब बनाने का दावा कर रही है, लेकिन जिले का एक मिडल स्कूल विभाग के इस दावे पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। राई ब्लॉक के राजकीय मिडल स्कूल झुंडपुर में विद्यार्थियों की संख्या 262 है, लेकिन उन्हें पढ़ाने वाला एक भी शिक्षक स्थाई नहीं है। जब पंचायत ने विरोध किया तो पड़ोस के गांव से तीन शिक्षकों को अधिकारियों ने डेपुटेशन पर भेज दिया। पंचायत ने भी गांव में चंदा एकत्रित कर दो महिला शिक्षकों की नियुक्ति की है। पंचायत ने शिक्षा विभाग को अल्टीमेटम दिया है कि यदि शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई तो वे स्कूल को ताला लगा देंगे। 
राजकीय मिडल स्कूल झुंडपुर के विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने 2013-14 का शैक्षणिक सत्र किसी तरह से बगैर शिक्षकों के निकाला। वे उत्तीर्ण होकर अगली कक्षा में भी पहुंच गए हैं, लेकिन उन्हें स्कूल में अपना भविष्य उज्जवल दिखाई नहीं दे रहा। इसी वजह से अब वे स्कूल छोडऩे को मजबूर हो गए हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि वे पूरा-पूरा दिन स्कूल में खेलकर घर वापस चले जाते हैं। कई बार तो एक शिक्षक भी स्कूल में हाजिर नहीं रहता। विद्यार्थियों ने अपने अभिभावकों से इस बारे में शिकायत की। महिला सरपंच के पति अर्जुन नंबरदार ने गांव में पंचायत बुलाई और शिक्षा विभाग को अल्टीमेटम दिया। नंबरदार धर्मपाल छाबड़ा व पूर्व सरपंच देवराज ने कहा कि फिलहाल स्कूल में सभी शिक्षक अस्थाई हैं। ऐसे स्कूल नहीं चल सकता। विभाग को स्थाई शिक्षकों की भर्ती जल्द करनी चाहिए। 
शिक्षक विहीन हो गया था स्कूल, अब उधार लिए हैं शिक्षक : 
एसएमसी के प्रधान बलराम ने बताया कि स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं रहा था। शिक्षकों का तबादला कर दिया है, लेकिन उनकी जगह पर विभाग ने किसी की नियुक्ति नहीं की। जब पंचायत ने इसका विरोध किया तो पावसरा स्कूल से तीन शिक्षकों को उधार लिया गया है। वे कभी भी अपने स्कूल में वापस जा सकते हैं। उसके बाद फिर से स्कूल में शिक्षकों की कमी हो जाएगी। 
स्कूल को चाहिए नौ स्थाई शिक्षक : 
स्कूल के कार्यवाहक इंचार्ज वीरेंद्र सिंह ने बताया कि कि वे तो डेपुटेशन पर पावसरा स्कूल से आए हैं। मिडल स्कूल झुंडपुर में नौ स्थाई शिक्षकों की पोस्ट हैं। इनमें दो शिक्षक सामाजिक विज्ञान, एक साइंस, एक गणित, एक पीटीआई, एक ड्राइंग, एक संस्कृत, एक मुख्य शिक्षक व एक क्लर्क की पोस्ट खाली है। 
"लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लगी हुई है। जिस कारण विभाग भर्ती किए गए नए शिक्षकों को स्टेशन नहीं दे सका है। झुंडपुर स्कूल में शिक्षकों की कमी है। उसे आचार संहिता के बाद दूर कर दिया जाएगा।''--सतीश सोलंकी, खंड शिक्षा अधिकारी राई। 
स्कूल पर लगा देंगे ताला 
झुंडपुर गांव के लोगों ने भी शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है। नंबरदार धर्मपाल छाबड़ा, संतोष, राजेश देवी, कविता, मनीषा, रानी, नरेश टांडा, इरफान ने कहा कि यदि जल्द से जल्द शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई तो ग्रामीण स्कूल को ताला लगा देंगे और बच्चों को निजी स्कूलों में भेजना शुरू कर देंगे।                                     db


No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.