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Friday 28 March 2014

मोबाइल से आयोग के संपर्क में रहेंगे सुपरवाइजर

हाईटेक : एसएमएस करके कोड वर्ड के द्वारा भेजी जाएंगी चुनावी संबंधित सभी घटनाएं व सूचनाएं
कैथल : इस बार का लोकसभा चुनाव पूरी तरह से हाईटेक होगा। प्रदेश में पहली बार केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा ऐसी हाईटेक टेक्नोलॉजी उपयोग में लाई जा रही है। जिसके तहत प्रत्येक मतदान केंद्र की गतिविधियां चुनाव सुपरवाइजर के माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग की नजर में होगी। ये सुपरवाइजर अपने-अपने 2-2 मोबाइल नंबर पोलिंग पार्टी, डेशबोर्ड के माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग के पास पंजीकृत होंगे। इन पंजीकृत मोबाइल नंबरों के माध्यम से सभी प्रकार की घटनाओं, कानून व्यवस्था, पोलिंग पार्टी मतदान से संबंधित सूचनाएं दिए गए कोड वर्ड के माध्यम से भेजी जाएंगी। इस नई प्रक्रिया के तहत जिला कैथल की सभी चार विधानसभाओं कैथल, कलायत, गुहला व पूंडरी के 676 मतदान केंद्र 47 सुपरवाइजरों के माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग से लगातार जुड़े रहेंगे तथा पल-पल की सूचना केंद्रीय चुनाव आयोग को मतदान संपन्न होने तक लगातार देंगे। 
जिला निर्वाचन अधिकारी व डीसी सोलंकी ने बताया कि किसी भी प्रकार की घटना व कानून व्यवस्था के लिए अलग-अलग कोड वर्ड दिए गए हैं। इन कोड वर्ड के माध्यम से पल-पल की सूचनाएं चुनाव आयोग के पास लगातार पहुंचती रहेंगी। इससे पूर्व के चुनावों में सुपरवाइजर मोबाइल फोन या अन्य फोन के माध्यम से मतदान के प्रतिशत की सूचना प्रत्येक दो घंटे बाद संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारी को देते थे। सहायक निर्वाचन अधिकारी यह सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी को देते थे। जिला निर्वाचन अधिकारी राज्य निर्वाचन आयोग के माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजता था। 
अब इस नई हाईटेक व्यवस्था के तहत 9 अप्रैल को मतदान से पहले दिन जब पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों के लिए रवाना की जाएगी, तो उसके लिए सुपरवाइजर को शब्द एसएमएस करना होगा। जिसका अर्थ होगा कि पोलिंग पार्टी डिस्पैच। मतदान केंद्र पर पोलिंग पार्टी पहुंचने पर सुपरवाइजर को 'पीआर' एसएमएस करना होगा, जिसका अर्थ होगा पोलिंग पार्टी रीचड़। आगामी 10 अप्रैल को मतदान के दिन की पूरी प्रक्रिा भी सीधे चुनाव आयोग से जुड़ी होगी। मतदान के दिन मतदान शुरू होने से पहले पोलिंग पार्टी द्वारा किए गए मोक पोल के लिए सुपरवाइजर को एसएमएस करना होगा, जिसका अर्थ होगा मोक पोल डन। 
हर एसएमएस के लिए तय अलग अलग कोड 
डीसी ने बताया कि मतदान प्रात: 7 बजे प्रारंभ करने के साथ ही चुनाव सुपरवाइजर को केंद्रीय चुनाव आयोग को एसएमएस करना होगा, जिसका अर्थ होगा पोल स्टार्टिड। इसी प्रकार सभी सुपरवाइजरों को मतदान शुरू होने के बाद प्रत्येक दो घंटे बाद केंद्रीय चुनाव आयोग को मतदान का प्रतिशत भी दर्ज करवाना होगा। सुपरवाइवाजर को वोटर टर्न आउट के लिए के साथ मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या एसएमएस करनी होगी। कानून व्यवस्था से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी भी सीधे केंद्रीय चुनाव आयोग को एसएमएस के माध्यम से कुछ ही सेकेंड में उपलब्ध होगी, जैसे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में तकनीकी खराबी आने पर सुपरवाइजर को 'ईपी' एसएमएस करना होगा। मतदान का समय सायं 6 बजे खत्म होने पर मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं की कतार में कितने मतदाता मतदान के लिए खड़े हैं, इसके लिए भी सुपरवाइजर को एसएमएस के माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग को तुरंत सूचित करना होगा। इसके लिए एसएमएस करना होगा, जिसका अर्थ होगा वोटर इन क्यू। 
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी दीपक खुराना ने बताया कि यह नई तकनीक केंद्रीय चुनाव आयोग ने एनआईसी के माध्यम से तैयार करके लागू की है, जिसके तहत प्रदेश के प्रत्येक मतदान केंद्र के साथ-साथ जिला कैथल के सभी 676 मतदान केंद्रों को विशेष कोड दिए गए हैं। सुपरवाइजर जिस मतदान केंद्र के नजदीक से अपने मोबाइल से एसएमएस करेंगे, उसी मतदान केंद्र का कोड भी अपने आप केंद्रीय चुनाव आयोग के पास दर्ज होगा। उन्होंने बताया कि केंद्रीय चुनाव आयोग एसएमएस के माध्यम से उन्हीं मोबाइल नंबर से सूचना दर्ज करेगा, जो पहले से ही उनके पास दर्ज करवाए होंगे। अन्य किसी मोबाइल से किया गया एसएमएस दर्ज नहीं हो सकेगा। इसलिए सभी सुपरवाइजरों को यह हिदायत दी गई है कि 9 व 10 अप्रैल को दो-दो मोबाइल नंबर केंद्रीय चुनाव आयोग से पंजीकृत अपने पास रखें।                                        db
        

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