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Wednesday 20 May 2015

जंतर-मंतर पर धर्म परिवर्तन करेंगे ‘अतिथि’

** प्रदेशभर में विधायकों और मंत्रियों के आवास पर किया प्रदर्शन
हिसार : प्रदेश के 15 हजार अतिथि अध्यापक आर-पार की लड़ाई को तैयार हैं। करनाल में महापड़ाव के दौरान अतिथि अध्यापकों पर हुए लाठीचार्ज से गुस्साए शिक्षकों ने मंगलवार को प्रदेश के सभी 21 जिलों में भाजपा के 47 में से 23 भाजपा विधायकों के आवास पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। विधायकों को मांगपत्र भी सौंपे गए। बाकी विधायकों के घर पर आने वाले दिनों में धरना दिया जाएगा। 
राज्य कार्यकारिणी की बैठक कर निर्णय लिया है कि 31 मई तक उन्हें पक्का नहीं किया गया और मुकदमे वापस नहीं लिये गए तो इसके बाद दिल्ली में जंतर-मंतर पर आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर 4 जून तक उन्हें नियमित नहीं किया गया तो 5 जून से दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धर्म परिवर्तन कर लेंगे। गेस्ट टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपने खून से विश्व हंिदूू परिषद के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगड़िया, अशोक सिंघल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को खून से पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया है। एसोसिएशन के लेटर हेड पर शीर्षक ‘खून से लिखा आक्रोशित पत्र’ लिखकर भेजा है। 
वहीं, मंगलवार दोपहर को सैकड़ों अतिथि अध्यापकों ने मलिक चौक स्थित विधायक डॉ. कमल गुप्ता के आवास के बाहर धरना लगाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान नियमित करने की मांग करते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 
प्रधान सहित छह का आमरण अनशन : 
करनाल जेल में बंद गेस्ट टीचर एसोसिएशन के प्रधान राजेंद्र शास्त्री सहित छह शिक्षकों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने बताया कि उनका साथ अन्याय हो रहा है। अगर जेल में बंद शिक्षकों को रिहा नहीं किया तो आंदोलन को तेज कर देंगे। 
भाजपा से नाराज : 
शिक्षक भाजपा से नाराज है। आरोप है कि सरकार बनने के बाद भाजपा ने वादाखिलाफी की है। पहले वोट मांगकर सत्ता में आए और फिर वादा निभाने से पीछे हट गए। कई बार शिक्षकों द्वारा सरकार से नियमित किए जाने की मांग पर सुनवाई नहीं हो सकी है। 
भूमिगत हुए एसोसिएशन पदाधिकारी : 
जानकारी के अनुसार करनाल में महापड़ाव के दौरान लाठीचार्ज के बाद पुलिस को गेस्ट टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारियों की तलाश है। कुछ को गिरफ्तार किया जा चुका है तो कई भूमिगत हैं। ऐसे में उन्होंने फोन भी बंद कर दिया है, ताकि पुलिस कॉल टेस न कर सके। इसलिए छुपते-छुपाते खून से पत्र लिखकर विभिन्न जन संगठनों तक अपनी आवाज पहुंचा रहे हैं।                                                    dj

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