भिवानी : प्राइमरी शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर है। अब वे केवल पांचवीं कक्षा तक ही नहीं, बल्कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों को पढ़ा सकेंगे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने डीएलएड कोर्स को आठवीं कक्षा तक के लिए अपग्रेड करते हुए चार भाषाई विकल्प बढ़ा दिए हैं। आमतौर पर डीएलएड के 9 विषय होते हैं। बोर्ड प्रशासन ने अब हिन्दी व अंग्रेजी को अनिवार्य विषय कर दिया है, वहीं संस्कृत, उर्दू व पंजाबी को वैकल्पिक विषयों के तौर पर जोड़ दिया है। इनमें से एक विषय लेने पर उम्मीदवार को भाषा विषय को भी पास करना अनिवार्य कर दिया है, ताकि वह आठवीं कक्षा तक के छात्रों को पढ़ा सके। शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने इस संबंध में पुष्टि करते हुए कहा कि चालू शिक्षा सत्र से ही यह नया बदलाव लागू किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में प्राइमरी शिक्षक भी आठवीं कक्षा तक पढ़ाने के योग्य बन सकेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक डीएड व डीएलएड को प्राइमरी टीचर नियुक्त किया जाता है, वह केवल पांचवीं कक्षा तक ही पढ़ाता है।
डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रहेंगे आपके प्रमाण पत्र :
आने वाले समय में यदि आपकी मार्कशीट गुम हो जाती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भी नेशनल डिजिटल कार्यक्रम के साथ जुड़ रहा है और नेशनल डिजिटल लॉकर की सुविधा परीक्षार्थियों को उपलब्ध करवाने जा रहा है। इस सुविधा के शुरू होने से बोर्ड प्रशासन दसवीं-बारहवीं के सभी प्रमाण पत्र लॉकर में अपडेट कर देगा।
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