राजधानी हरियाणा : हायर
एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 59 कॉलेजों में एक से पांच विषय तक नए सेशन से बंद
कर दिए हैं। इसकी बड़ी वजह इन विषयों में पिछले सेशन में बच्चों का ज्यादा
दाखिला नहीं हुआ। हालांकि कुछ जगह नए विषय चालू करने के साथ कुछ कॉलेजों
में सीटें बढ़ाई है। बंद किए विषयों के लिए कम से कम 20 स्टूडेंट्स के नियम
बनाए थे, जो विषय बंद किए हैं, उनमें किसी भी कॉलेज में 16 से ज्यादा
स्टूडेंट्स नहीं मिले। ज्यादातर कॉलेजों में संस्कृत, मैथमेटिक्स, साइकॉलोजी और म्यूजिक विषय है। खास बात यह है कि पिछले सेशन में सांपला में संस्कृत, बहादुरगढ़ में म्यूजिक, बिरोहड़, घरौंदा और पाली कॉलेज में मैथमेटिक्स विषय में एक भी स्टूडेंट्स ने दाखिला नहीं लिया। सूत्रों का कहना है कि कॉलेजों में विषय बंद करने की बड़ी वजह से स्टाफ की भी कमी है। क्योंकि एक ही शहर में कुछ जगह दो-दो कॉलेजों में कुछ एक ही विषय थे, ऐसे में बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पाई। हायर एजुकेशन की ओर से पूरे रिकॉर्ड पर माथा पच्ची करने के बाद यह फैसला लिया है। लेकिन इससे उन स्टूडेंट्स की परेशानी बढ़ने वाली है, जो विषय वह लेना चाहते थे और उसे बंद कर दिया गया। हायर एजुकेशन की एसीएस ज्योति अरोड़ा ने बताया कि हमने तीन-चार महीने कॉलेजों में स्टूडेंट्स संख्या, विषय आदि को लेकर मंथन किया है। कुछ जगह दो-दो कॉलेजों में एक ही विषय में स्टूडेंट्स कम थे, इसलिए हमने एक कॉलेज से वह विषय बंद किया है। विद्यार्थियों को कोई परेशानी नहीं होगी। यहां बढ़ी सीटें : बरोटा सोनीपत कॉलेज में बीए में 80, टोहाना, फतेहाबाद में बीएससी मेडिकल और नॉन मेडिकल में 20-20 और बिरोहड़, झज्जर कॉलेज में बीए में 80 सीटें बढ़ाई गई है। यहां शुरू हुई पीजी कक्षाएं नूंह के नगीना की कॉलेज में एमए हिस्ट्री इस सेशन से शुरू होगी। इसी प्रकार पंचकूला के सेक्टर-14 की कॉलेज में एमएसी चाइल्ड डेवलपमेंट, भिवानी में पीजी डिप्लोमा इन गाइंडेंस एंड काउंसलिंग, जटौली हैली मंडी, गुड़गांव में एम ज्योग्राफी और रतिया कॉलेज में एमए पंजाब की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। |
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