एक कॉलेज में 5 साल से अधिक समय से पढ़ा रहे प्रोफेसरों का होगा ट्रांसफर
फरीदाबाद : हायर
एजुकेशन विभाग ने गवर्नमेंट कॉलेजों के सहायक व एसोसिएट प्रोफेसरों की
ऑनलाइन ट्रांसफर नीति 2018 तैयार की है। इस योजना के लागू होने से एक ही
कॉलेज में कई साल से पढ़ा रहे प्रोफेसरों और एसोसिएट प्रोफेसरों को दूसरे
जिले में जाकर पढ़ाना होगा।
कॉलेजों में ट्रांसफर प्रक्रिया नहीं होने
से कई साल से प्रोफेसर एक ही जगह पढ़ा रहे हैं। प्रदेश सरकार अब इन
प्रोफेसरों को इधर-उधर करने की योजना बना रही है। इसके तहत हायर एजुकेशन
विभाग ने सभी सरकारी कॉलेजों से ऐसे प्रोफेसरों की सूची मांगी है। जिन्हें
एक ही गवर्नमेंट कॉलेज में पढ़ाते हुए पांच साल से ज्यादा का समय हो गया है।
कॉलेजों से सूची प्राप्त होने के बाद हायर एजुकेशन विभाग प्रोफेसरों के
ट्रांसफर की सूची जारी कर कर सकता है। इसके अलावा काफी समय से ट्रांसफर
नहीं होने से कई प्रोफेसर लापरवाह भी हो गए हैं। वह कॉलेज जाकर हाजिरी
लगाकर निकल जाते हैं। इस योजना के तहत अन्य जिले में ट्रांसफर होने से
प्रोफेसरों को कॉलेज में पूरा समय देना ही होगा। नेहरू कॉलेज की प्राचार्य
प्रीता कौशिक ने बताया कि ट्रांसफर पॉलिसी तैयार की जा रही है। इसके लागू
होने से स्टूडेंट्स की पढ़ाई में सुधार होगा। अन्य जिले में प्रोफेसरों के
ट्रांसफर होने से पूरे सात घंटे ड्यूटी देनी ही होगी।
प्रोफेसर को देने होंगे तीन विकल्प
प्रदेश
सरकार द्वारा प्रोफेसरों के ट्रांसफर किए जाने के अलावा प्रोफेसर भी तीन
साल बाद खुद ट्रांसफर ले सकेंगे। इसके तहत प्रोफेसर को तीन विकल्प देने
होंगे। इनमें से विकल्प में पद रिक्त होने पर ट्रांसफर किया जाएगा। विकल्प
देते समय यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका विषय उन कॉलेजों में पढ़ाया जा
रहा है। हालांकि एंथ्रोपॉलोजी, बायोटेक, इलेक्ट्राॅनिक्स, फाइन आर्ट्स,
जियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, दर्शन शास्त्र, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और
टूरिज्म के सहायक, एसोसिएट प्रोफेसर इस नीति के तहत कवर नहीं होंगे।
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