नारनौल : प्रश्नपत्र लीक होने से गिरी साख से उबरने के लिए केंद्रीय माध्यमिक
शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इस बार परीक्षा परिणाम की प्रक्रिया में दो अहम
बदलाव किए हैं। बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं का दो बार मूल्यांकन कराने का
फैसला लिया है। वहीं विद्यार्थियों को ओवरआल एकेडमिक परफॉर्मेस पर दिए जाने
वाले कुमुलेटिव ग्रेड प्वाइंट एवरेज यानी औसत ग्रेड ¨बदु सीजीपीए को
समाप्त कर अंकतालिका जारी करने का निर्णय लिया है। बोर्ड ने इस संबंध में
सभी संबद्ध स्कूलों के संचालकों को सर्कुलर जारी किया है। महेंद्रगढ़ में
बोर्ड से संबद्ध करीब डेढ़ सौ विद्यालय हैं। बोर्ड की ओर से किए गए बदलाव
के मुताबिक कापियों की दो बार जांच के बाद ही रिजल्ट घोषित होगा। इस पहल
से बोर्ड के रिजल्ट में गड़बड़ी पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा। सीबीएसई से
संबद्ध स्कूल संचालक बताते हैं कि पिछले कई सालों से मूल्यांकन में होने
वाली गड़बड़ी से बोर्ड की फजीहत होती रही है। पहली बार बोर्ड ने मूल्यांकन
प्रक्रिया में फेरबदल करते हुए असिस्टेंट हेड एग्जामिनर्स की संख्या में भी
बढ़ोतरी की है।
ओपन स्कूल से 12वीं पास कर चुके छात्र नीट के लिए हैं
योग्य:
ओपन स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास कर चुके छात्र नीट में अब बैठ
सकेंगे। हाई कोर्ट ने कहा कि 12वीं पास कर चुके सभी छात्र नीट में शामिल हो
सकते हैं।
"बोर्ड से सकरुलर मिला है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि इस बार
उत्तर पुस्तिकाओं दो बार मूल्यांकन किया जाएगा। असिस्टेंट हेड एग्जामिनर्स
की संख्या में इजाफा किया गया है। छात्रों को फायदा होगा।"-- हरीश भारद्वाज,
चेयरमैन, बीआर आदर्श स्कूल सेहलंग
"बोर्ड की ओर से दो बार मूल्यांकन कराने
का लिया गया फैसला सराहनीय है। इससे रिजल्ट आने के बाद विद्यार्थियों की ओर
से दिए जाने वाले री चेकिंग के आवेदनों का ग्राफ घटेगा। मूल्यांकन सिस्टम
सुधर सकेगा।"-- नरेश यादव, प्राचार्य, सूरज स्कूल
महेंद्रगढ़
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