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Saturday 1 March 2014

134 ए के तहत दाखिला दिला पाएगी सरकार?

** जिले के पांच सेंटर्स में किसी बच्चे ने नहीं दिया मुफ्त शिक्षा का आवेदन 
** अभिभावक असमंजस में 
** 30 विद्यार्थियों ने ही भरे फार्म 
** 7 मार्च तक ही होंगे आवेदन 

कैथल : जिले में 134ए के तहत बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिल कराने के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में 9 सेंटर्स बनाए हैं। पांच सेंटर्स में अभी तक किसी बच्चे का आवेदन नहीं आया। शिक्षा विभाग द्वारा आवेदन के लिए दी गई ऑनलाइन सुविधा भी ठप पड़ी है, जबकि सरकार ने आवेदन की अंतिम तिथि 15 फरवरी से बढ़ाकर सात मार्च कर दी है। 
जिला शिक्षा अधिकारी ने 134ए के तहत गरीब बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए जिले के विभिन्न स्कूलों नौ सेंटर्स बनाए हैं, ताकि हर बच्चा नजदीक के सेंटर में पहुंचकर प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने के लिए आवेदन कर सके। दाखिला लेने वाले बच्चे शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्राइवेट स्कूलों की लिस्ट में से नजदीक के कोई भी दस स्क्ूलों का चयन कर सकता है। 
शिक्षा विभाग द्वारा पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशों के चलते 134ए के तहत बीपीएल परिवारों के बच्चों को हुडा द्वारा दी गई जमीन में बने स्कूलों में 20 प्रतिशत और अन्य प्राइवेट स्कूलों में दस प्रतिशत दाखिला दिलाना है। इस बारे में जिले के नौ स्कूलों में कमेटियां गठित करके आवेदन लेने भी शुरू कर दिए गए हैं। शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूलों को नोटिस जारी करके स्पष्ट कहा है कि शिक्षा नियमावली 2003 के नियम 134ए का क्रियान्वयन पूरी तरह अमल में लाना है। 
हक के लिए आंदोलन करेंगे : रवि भूषण 
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि भूषण गर्ग ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों को सरकार की तरफ से कोई सुविधा नहीं मिल रही। ऐसे में वे मुफ्त में बच्चों को नहीं पढ़ा सकते। अगर सरकार ने 134ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलाने की कोशिश की, तो वे आंदोलन का रास्ता करेंगे। 
आवेदन के लिए सात दिन शेष
शिक्षा विभाग ने बीपीएल व कमजोर वर्ग के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिला लेने के लिए सात मार्च तक का समय दिया है। इसके बाद किसी भी प्रकार का आवेदन मान्य नहीं होगा। दो जमा पांच आंदोलन के जिला संयोजक रामदिया चावरिया का कहना है कि बीपीएल व कमजोर वर्ग के बच्चों का अधिक से अधिक संख्या में प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलाने का प्रयास जारी रहेगा। उन्होंने दावा किया कि अभी तक उन्होंने 150 बच्चों के आवेदन करा दिए हैं। बच्चों के माता-पिता असमंजस में हैं कि उनके बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिला मिलेगा या नहीं। पट्टी अफगान निवासी बलराज सिंह प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे अपने बेटी की फीस माफ कराने के लिए डाइट में पहुंचा। उसने बताया कि प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की भी फीस माफ होनी चाहिए। 
सभी आवेदकों को दिलाया जाएगा दाखिला
जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद अंतिल ने बताया कि बीपीएल व कमजोर वर्ग के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। जिले के नौ सेंटर्स में आवेदन लिए जा रहे हैं। स्कूल हेडमास्टर्स को भी आवेदन लेने के लिए कहा गया है। अगर किसी बच्चे के पास जन्म प्रमाण पत्र या बीपीएल कार्ड नहीं है तो भी वे आवेदन कर सकते हैं। प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने के समय जन्म प्रमाण पत्र और बीपीएल कार्ड की कापी जमा कराई जा सकती है। 
स्पष्ट नहीं हैं 134ए के तहत दाखिले 
हरियाणा अध्यापक संघ के सचिव सतबीर गोयत ने कहा कि अधिकतर बच्चों को सरकार की इस योजना के बारे में पता ही नहीं है। ऐसे में वे आवेदन नहीं कर सकते। सरकारी स्कूलों में पहले ही बच्चों की संख्या काफी कम है। ऐसे में वे नहीं चाहेंगे कि उनके स्कूल के बच्चे प्राइवेट स्कूल में दाखिला लें। ज्यादातर प्राइवेट स्कूल शहरों में स्थित हैं। गांव के बच्चे अगर शहर के प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेंगे तो उन्हें प्राइवेट बस का किराया भी देना होगा। अधिकतर प्राइवेट स्कूलों की बसें अपनी नहीं हैं। सरकार को चाहिए कि स्कूल बसों की सुविधा भी मुफ्त देनी चाहिए। 
पांच सेंटर्स में गठित कमेटियों को नहीं मिला आवेदन 
शिक्षा विभाग ने नौ सेंटर्स में कमेटियां ठित की हैं। प्रत्येक कमेटी में स्कूल प्रिंसिपल, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का एक सदस्य, बच्चों के माता-पिता एसोसिएशन का एक सदस्य और एक समाजसेवी संस्था का सदस्य शामिल किया गया है। इसके बावजूद पांच सेंटर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल पूंडरी, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजौंद, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुहला, जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान कैथल और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भागल में किसी बच्चे ने प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने के लिए आवेदन नहीं किया। इसके अलावा पांच सेंटर्स में 30 विद्यार्थियों ने प्राइवेट स्कूलों में दाखिला लेने के लिए आवेदन किया है। इनमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बाता में 8, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाई में 4, राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय क्योड़क में 4, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चीका में 2 और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में 12 बच्चों ने आवेदन किया है।                                                             db

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