** नदारद रहे 96 हजार शिक्षक और गैर शिक्षक, बिजली निगमों के 90 फीसद कर्मचारियों ने ली छुट्टी
चंडीगढ़: किलोमीटर स्कीम का विरोध कर रहे रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के
समर्थन में शुक्रवार को विभिन्न महकमों के करीब दो लाख कर्मचारी सामूहिक
अवकाश लेकर सड़कों पर उतर आए। अकेले शिक्षा विभाग के 96 हजार से अधिक
शिक्षकों और गैर शैक्षणिक स्टाफ के अवकाश पर रहने से स्कूलों में पढ़ाई
नहीं हो पाई। वहीं बिजली निगमों के 90 फीसद कर्मचारियों के अवकाश के कारण
बिजली बिलों संबंधी कोई काम नहीं हो सका।
स्थानीय निकायों के कर्मचारियों
के सामूहिक अवकाश से जहां सफाई व्यवस्था पटरी से उतर गई, वहीं आशा वर्कर व
बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के छुट्टी पर जाने से स्वास्थ्य
सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं। हरियाणा टूरिज्म के ज्यादातर कांप्लेक्स
में कोई काम नहीं हो सका। इसी तरह जन स्वास्थ्य, सिंचाई, बीएंडआर, पशुपालन,
हुड्डा, वन, पंचायती राज सहित ज्यादातर विभागों, बोर्ड-निगमों और सहकारी
समितियों के कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। सरकार ने सभी विभागाध्यक्षों
से छुट्टी लेने वाले कर्मचारियों का ब्योरा तलब किया है।
वहीं, जिला स्तर
पर बृहस्पतिवार से शुरू क्रमिक अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा। सर्व
कर्मचारी संघ, कर्मचारी संयुक्त मंच, शिक्षक तालमेल कमेटी ने रोडवेज
कर्मचारियों के समर्थन में पहले ही सामूहिक छुट्टी लेने की चेतावनी दे रखी
थी। कर्मचारी नेताओं धर्मबीर फौगाट, सुभाष लांबा, नरेश कुमार शास्त्री,
दयानंद दलाल, शिव कुमार पाराशर, तरुण सुहाग, गुरदेव सिंह, रमेश मलिक ने
दोहराया कि किलोमीटर स्कीम को वापस नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन छेड़ने को
मजबूर होंगे।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.