** जेबीटी को
अब 26 हजार, मास्टरों को 30 हजार व स्कूल लेक्चरर्स को 36 हजार रुपये
मानदेय मिलेगा।
चंडीगढ़ : सरकारी स्कूलों में तैनात अतिथि अध्यापकों से वार्ता को सिरे
चढ़ाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मानदेय में छह हजार रुपये से अधिक के
इजाफे की घोषणा की है। इसके अलावा हर साल दो बार महंगाई की दर के अनुसार
अतिथि अध्यापकों का मानदेय बढ़ाया जाएगा। इस फैसले से करीब 14 हजार अतिथि
अध्यापकों को लाभ मिलेगा।
अब जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेंड) और कला अध्यापकों को पहली जुलाई से 26
हजार रुपये मानदेय मिलेगा। इसी तरह मास्टरों को 30 हजार और स्कूल लेक्चरर्स
को 36 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। अभी तक जेबीटी को 21,715 रुपये, मास्टरों
को 24 हजार और स्कूल लेक्चरर्स को 29,715 रुपये मानदेय मिल रहा था। इस तरह
गेस्ट टीचर्स के मानदेय में 20 से 25 फीसद तक की बढ़ोतरी हुई है।
भाजपा के हरियाणा प्रभारी और राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल जैन ने हाल ही में
प्रदेश सरकार को अतिथि अध्यापकों का मुद्दा सुलझाने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री निवास पर अतिथि अध्यापकों से वार्ता के अगले ही दिन सरकार ने
मानदेय बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बढ़े मानदेय की घोषणा करते हुए कहा कि अब महंगाई
की दर के अनुसार हर साल जनवरी और जुलाई में अतिथि अध्यापकों का मानदेय
बढ़ता रहेगा। इस तरह अगली बढ़ोतरी पहली जनवरी 2019 को होगी। मानदेय में यह
इजाफा आर्थिक एवं सांख्यिकीय विशलेषण विभाग द्वारा तब तक 'कॉस्ट ऑफ लिविंग
इंडेक्स' में निर्धारित एवं घोषित की जाने वाली बढ़ोतरी के बराबर होगी।
इससे पहले हुड्डा सरकार में वर्ष 2006 में रखे गए अतिथि अध्यापकों को कक्षा
में पीरियड के हिसाब से मानदेय दिया जाता था। इसके बाद मानदेय में
थोड़ी-थोड़ी बढ़ोतरी होती रही। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने के
बाद प्रदेश सरकार ने पिछले साल 1 जनवरी से मानदेय 14.52 फीसद बढ़ा दिया
था।
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