** 2012 में जेबीटी की निकली थी भर्ती, 2014-15 में जॉइन
राजधानी हरियाणा : शिक्षा विभाग में किस कदर फाइलों में
वह सबकुछ दब जाता है जो विद्यार्थियों और बेरोजगार युवाओं के लिए फायदेमंद
नहीं है। विभाग के आला अधिकारी यह दावा करते रहे कि जेबीटी के रिक्त पदों
की संख्या जीरो है।
जबकि अब सामने आया है कि वर्ष 2012 में निकली
जेबीटी शिक्षकों की भर्ती के बाद 800 से ज्यादा शिक्षकों का चयन हरियाणा और
मेवात दोनों कॉडर में हुआ। 2014 और 2015 में इन्होंने एक-एक जगह ज्वाइनिंग
भी कर ली। लेकिन उनके दूसरे जगह हुए सिलेक्शन को खाली ही नहीं माना गया। न
ही उनसे कभी यह पूछा गया कि वे कौन से कॉडर में रहना चाहते हैं। विभाग ने 4
साल के इंतजार के बाद अब जब फाइलों से धूल हटाई तो पता लगा कि 800 से
ज्यादा शिक्षकों का दो-दो जगह सिलेक्शन हुआ था। जिनमें उन्होने एक-एक जगह
ज्वाइनिंग कर लिया और दूसरी सीट खाली है। अब विभाग की ओर से सभी को
सार्वजनिक नोटिस जारी किया है। मंगलवार को इन्हें काउंसलिंग के लिए पंचकूला
के शिक्षा सदन में बुलाया गया है। जहां पूछा जाएगा कि वे कौनसे कॉडर में
रहना चाहते हैं। कुछ समय पहले ही प्राइमरी एजुकेशन निदेशक के तौर पर काम
संभालने वाले आईएएस राजनारायण कौशिक ने इस मामले में फाइल को आगे बढ़ाया है।
उन्होंने काउंसलिंग को लेकर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को चिट्ठी लिखी
है।
काउंसिलिंग के लिए बनाई 5 कमेटी
कमेटी नंबर -1 ज्वाइंट डायरेक्टर
दिलबाग सिंह और असिस्टेंट डायरेक्टर सुमन अग्रवाल को शामिल किया गया है। यह
कमेटी अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद और फतेहाबाद के शिक्षकों की
काउंसलिंग करेगी।
कमेटी नंबर-2 एडीओ एलिमेंटरी पुष्पा और असिस्टेंट
डायरेक्टर कमलेश रानी शामिल हैं। यह कमेटी गुरुग्राम, हिसार, झज्जर, जींद,
कैथल और करनाल के शिक्षकों की काउंसलिंग करेगी।
कमेटी नंबर-3 असिस्टेंट डायरेक्टर हनुमान और अंजू मेवात जिले शिक्षकों की काउंसलिंग करेगी।
कमेटी
नंबर-4 असिस्टेंट डायरेक्टर उर्मिला रोहिल्ला और आरई एलिमेंटरी शमशेर सिंह
शामिल हैं। कमेटी कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, पलवल, पंचकूला और पानीपत के
शिक्षकों की काउंसलिंग करेगी।
कमेटी नंबर-5 में शामिल असिस्टेंट
डायरेक्टर राजेश धीमान और कांता की ओर से रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा, सोनीपत और
यमुनानगर के शिक्षकों की काउंसलिंग करेगी।
यह भी जानें...
** यदि कोई शिक्षक इस काउंसलिंग में शामिल नहीं होता है तो माना जाएगा कि वह
जहां काम कर रहा है, वहीं वह रहना चाहता है। इसके बाद उनका कॉडर नहीं बदला
जाएगा।
** काउंसलिंग के वक्त शिक्षकों को अपने साथ नए पासपोर्ट साइज फोटाे और आधार कार्ड जरूर साथ लाना है।
शिक्षा विभाग ने अब ली सुध
यदि
400 शिक्षकों की भर्ती पहले होती तो कम से कम 150 स्कूलों में शिक्षकों का
संचालन यही कर सकते थे। जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारी दावा करते रहे थे
किसी भी जिले में पद खाली ही नहीं। वहीं, 400 पद खाली पड़े हुए थे, जिनकी
विभाग ने अब सुध ली।
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