चंडीगढ़ : पक्की नौकरी और समान काम के लिए समान वेतन मांग रहे अतिथि
अध्यापकों को हरियाणा सरकार ने तीन दिन में ठोस कदम उठाने का भरोसा दिलाया
है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन के हस्तक्षेप के बाद मुख्यमंत्री
निवास पर बुलाए गए अतिथि अध्यापकों के साथ सरकार की वार्ता काफी हद तक सफल
रही। फिलहाल सरकार ने अतिथि अध्यापकों को मानदेय में एकमुश्त बढ़ोतरी का
प्रस्ताव दिया है।
गेस्ट टीचर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में दोपहर बाद करीब चार बजे शुरू हुई
मीटिंग आधा घंटे तक चली। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश
खुल्लर, शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलावाल, शिक्षा
निदेशक राजीव रत्तन और मौलिक शिक्षा निदेशक राजनारायण कौशिक मौजूद थे।
सरकार ने अतिथि अध्यापकों का वेतन एकमुश्त बढ़ाने का प्रस्ताव रखा, जिसके
लिए संघ के पदाधिकारी तैयार नहीं हुए। संघ की मांग थी कि या तो सभी गेस्ट
टीचर्स को नियमित किया जाए या फिर समान काम समान वेतन लागू हो। इस पर सरकार
ने तीन दिन का समय मांगते हुए कोई अंतिम निर्णय लेने की बात कही।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कृष्ण सूद ने कहा कि सरकार से वार्ता सौहार्दपूर्ण
रही।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.