भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने अब एक नया फैसला लिया है। इसकी रूपरेखा
तय कर ली गई है और शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा से इसकी चर्चा हो चुकी है।
बोर्ड ने ऐसा साॅफ्टवेयर तैयार कराया है जिससे विद्यािर्थयों को उत्तरपुस्तिका में किस उत्तर के कितने अंक मिले, इसका पता चल सकेगा। इसे उत्तर
पुस्तिकाओं की चैकिंग के दौरान इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा बोर्ड ने निर्णय लिया है कि पेपर चैंकिग के दौरान अनियमितता पाए
जाने पर अध्यापक को ब्लैकलिस्ट नहीं किया जाएगा, अपितु उस पर जुर्माना
लगाया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के दौरान कई
मामलों में पाया गया कि छात्रों को कई बार विभिन्न प्रश्नों के नम्बर ही
नहीं दिए जाते या फिर उम्मीद से कहीं कम नम्बर दिए जाते हैं। इस आशंका को
दूर करने के लिए छात्र को या तो उत्तर पुस्तिकाओं की पुन: जांच करवानी
पड़ती या फिर उसे आरटीआई के तहत उत्तर पुस्तिका निकलवानी पड़ती है। दोनों
में ज्यादा खर्च होता है और समय की भी बर्बादी होती है।
परीक्षा परिणाम के साथ शुरू होगी प्रक्रिया:
नए साॅफ्टवेयर के अनुसार छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका के नम्बर कम्प्यूटर पर
देख पाएंगे। इसके लिए उनसे बहुत ही कम फीस वसूली जाएगी। यह प्रक्रिया
परीक्षा परिणाम घोषणा के साथ ही शुरू हो जाएगी। उत्तर पुस्तिका में दिए गए
नम्बरों में अगर अंतर पाया गया तो छात्र समय रहते इसे सही करवा सकेंगे।
बोर्ड चेयरमैन के अनुसार यह सुविधा मिलने के बाद छात्र को एक हजार रुपए
खर्च करके फिर से मूल्यांकन व जांच करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने
कहा कि फिर भी अगर छात्र को ऐसा लगेगा कि उसे फिर से मूल्यांकन करवाना है
तो वह करवा सकता है।
बोर्ड चेयरमैन के अनुसार साॅफ्टवेयर से अध्यापकों की पेपर चैकिंग की
अनियमितताओं की भी जानकारी मिल सकेंगी। अभी देखने में आया है कि कोई प्रश्न
केवल 2 नंबर का होता है तो पेपर जांच के दौरान अध्यापक उसके भी 3 नंबर दे
देता है।
उन्होंने बताया कि साॅफ्टवेयर में प्रश्न के अंक फीड किए गए हैं। चेयरमैन
के अनुसार बोर्ड प्रश्न अनुसार अंक जानने के लिए कम फीस रखेगा हालांकि अभी
यह सुनिश्चित नहीं हुआ है कि कितनी फीस रखी जाएगी। हालांकि इसे 100 रुपए तक
रखे जाने का विचार है।
अगले साल मार्च में लागू होगी नयी व्यवस्था
बोर्ड चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने कहा कि नया साॅफ्टवेयर आगामी परीक्षाओं
जोकि मार्च-2019 में होंगी के दौरान लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह
साॅफ्टवेयर बच्चों के लिए लाभदायक होगा। चेयरमैन के अनुसार अब से पहले
बोर्ड पेपर चैकिंग के दौरान अनियमितता होने पर अध्यापक को ब्लैक लिस्ट कर
देता था, लेकिन अब हसला व सलाह के साथ बैठक के बाद निर्णय लिया गया है कि
अध्यापक को ब्लैक लिस्ट नहीं किया जाएगा, बल्िक ऐसे अध्यापकों पर जुर्माना
लगाया जाएगा।
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