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Sunday 22 March 2015

सिलेबस की किताबें नहीं, लाइब्रेरी के लिए खरीदने की तैयारी

** 30-31 को अम्बाला में मेला, खरीदनी होगी यमुनानगर, अम्बाला, पंचकूला के स्कूलों के लिए किताबें 
यमुनानगर : नया सत्र शुरू होने को है, लेकिन सरकारी स्कूलों में अभी तक किताबें नहीं पहुंची हैं। वहीं लाइब्रेरी के लिए किताबें खरीदने की तैयारी हो रही है। 30 31 मार्च को अम्बाला में पुस्तक मेला लगेगा। वहां पर लाइब्रेरी के लिए किताबें खरीदी जाएगी। अम्बाला के पुलिस लाइन स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी में मेला लगेगा। इसमें यमुनानगर सहित अम्बाला और पंचकूला के 324 स्कूलों के पुस्तकें खरीदी जाएगी। यमुनानगर के 111 हाई सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए खरीद होगी। 
20-20 हजार रुपए दिए गए 
लाइब्रेरी के लिए किताबों की खरीद स्कूल हेड टीचर खुद करेंगे। स्कूल के खाते में इसके लिए 20-20 हजार रुपए भेजे गए है। किताबें खरीदने के लिए टीचर्स के साथ कुछ स्टूडेंट्स भी जाएंगे। मेले में जो भी बुक पसंद आएगी उसका आर्डर किया जाएगा। एनसीईआरटी, एनआईएससीएआईआर और एनबीटी की किताबें खरीदी जाएगी। इन्हीं पब्लिकेशन की ओर से मेला आयोजित किया जाएगा। 
2013 में भी खरीदी गई थी 
हाई सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में लाइब्रेरी के लिए किताबें खरीदने की योजना 2013 में शुरू की गई थी। तब भी इसी तरह से सरकारी स्कूलों के लिए किताबें खरीदी गई थी। हालांकि ज्यादातर स्कूलों में यह किताबेें रद्दी हो चुकी हैं। क्योंकि तो इन्हें स्टूडेंट्स को पढऩे के लिए दी गई और ही संभालकर रखा गया है। कुछ किताबों को टीचर अपने घर ले गए। लाइब्रेरी के लिए खरीदी किताबों का स्टूडेंट्स को कोई लाभ नहीं मिला। 
8वींे तक के स्कूलों में नहीं किताबें 
शिक्षा विभाग ने लाइब्रेरी के लिए किताबें खरीदने का बजट भी जारी कर दिया और समय भी निश्चित किया, लेकिन पहली से आठवीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स के लिए सिलेब्स की किताबें अभी तक स्कूलों में नहीं पहुंची है। नया सत्र शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं, लेकिन अभी तक किताबें पहुंचने का मामला समझ में नहीं रहा है। हर साल ऐसा ही होता है कि स्कूलों में समय पर किताबें नहीं पहुंच पाती। 
अकांउट में पैसे आए हैं 
जिला शिक्षा अधिकारी उदयप्रताप सिंह का कहना है कि किताबें खरीदने के लिए बजट स्कूल के अकांउट में गया है। इस बारे में सभी स्कूल हेड को सूचित भी कर दिया गया है। 30 मार्च को अम्बाला में लगने वाले पुस्तक मेले में टीचर पुस्तकें खरीदने जाएंगे। 
जल्द आएंगी किताबें 
एपीएस डॉ. धर्मबीर सिंह का कहना है कि पहली से आठवीं तक के स्टूडेंट्स के लिए अभी किताबें नहीं आई हैं। किताबें सप्लाई करने वाली एजेंसी को रूट चार्ट दे दिया गया है। जल्द ही उनकी ओर से स्कूलों में किताबें पहुंचा दी जाएगी।                                                                 db

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